उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के खुर्जा जंक्शन क्षेत्र के सरावा दादूपुर गांव के पास फ्रेट कॉरिडोर की इलेक्ट्रिक लाइन जोड़ने के लिए रखे करीब 150 विद्युत खंभों का ढेर लुढ़क गया। जिसके नीचे बकरियां चरा रहे तीन बच्चे दब गए। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात की जानकारी परिजनों को तब हुई जब बकरियां खुद ही गांव पहुंच गईं, लेकिन बच्चे नहीं पहुंचे। हादसे की सूचना मिलते ही आला अफसर मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गए हैं।
खुर्जा जंक्शन चौकी क्षेत्र के गांव सरावा दादूपुर निवासी अजय (14) पुत्र विनोद, गांव में अपनी ननिहाल में मां के साथ रह रही अगौरा निवासी अलीता (11) पुत्री शहजाद और सोफिया (8) पुत्री स्व. बबलू के साथ मंगलवार दोपहर को घर से बकरियां चराने के लिए गए थे। सोफिया की भी इस गांव में ननिहाल है, यहां वह अपनी मां नजमा के साथ ही रहती थी।
बताया गया कि वह लोग गांव के निकट स्थित खुर्जा जंक्शन क्षेत्र में बकरियां चरा रहे थे। जहां पर फ्रेट कॉरिडोर की इलेक्ट्रिक विद्युत लाइन को जोड़ने के लिए करीब 150 विद्युत खंभों का ढेर लगा हुआ था। तीनों मासूम खंभों के ढेर के नीचे ही बैठे हुए थे।
इसी दौरान अचानक ऊपर से खंभे लुढ़ककर तीनों बच्चों के ऊपर आ गिरे। जिससे तीनों बच्चे उसके नीचे ही दब गए। देर शाम को बकरियां खुद ही गांव में पहुंच गईं। बकरियों के साथ गए बच्चों को न पाकर परिजनों को चिंता हुई और परिजनों ने उनकी तलाश शुरू कर दी।
शाम करीब सात बजे परिजन बच्चों को ढूंढते हुए खुर्जा जंक्शन के निकट पहुंचे तो वहां विद्युत खंभों का ढेर फैला हुआ था। जिसके बाद परिजनों ने खंभों हटाकर देखा तो बच्चे उनके नीचे दबे हुए थे। मासूमों की मौत के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
हादसे की सूचना मिलते ही एसडीएम लवी त्रिपाठी, सीओ सुरेश कुमार सिंह और थाना प्रभारी समेत भारी भरकम पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है। हालांकि, अभी तक खंभे गिरने के कारणों की जानकारी नहीं हो सकी है।
घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचकर तीनों बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया गया है। परिजनों की हरसंभव मदद की जाएगी। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि प्रकरण में किसी की लापरवाही आदि तो नहीं है। यदि कोई लापरवाही सामने आती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-लवी त्रिपाठी, एसडीएम खुर्जा