रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) जो रूस का सॉवरेन वेल्थ फण्ड है, ने यूगव के सर्वेक्षण के नतीजे घोषित कर दिए हैं। इस सर्वेक्षण में नौ देशों के 9,417 लोगों ने वैक्सीन के उत्पादन के लिहाज से वैक्सीन और वैक्सीन-उत्पादक देशों के बारे में अपनी प्राथमिकता बताई है। सर्वेक्षण के अनुसार भाग लेने वालों में 54 फीसदी ने टीके के उत्पादन के लिए अमेरिका के साथ-साथ रूस को सबसे विश्वसनीय देश माना है। वैक्सीन बनाने के लिए तीन सबसे भरोसेमंद देश चुनने के लिए कहने पर रूस के बाद अमेरिका को चुना पर ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया।
कोरोनावायरस के खिलाफ दुनिया का पहला पंजीकृत वैक्सीन स्पूतनिक वी सबसे जाना-पहचाना है। सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 10 में से सात (74 फीसदी) ने रूसी वैक्सीन के बारे में सुना है। स्पूतनिक वी दुनिया के दो सबसे पसंदीदा वैक्सीन है।
यह सर्वेक्षण 18 फरवरी से 3 मार्च के बीच यूगव द्वारा किया गया था जो एशिया, लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका और यूरोप में बाजार अनुसंधान और डाटा अनालिटिक्स की यूके स्थित अग्रणी कंपनी है।
भारत, ब्राजील, मैक्सिको, फिलीपीन्स, वियतनाम, अर्जेन्टीना, अल्जीरिया, संयुक्त अरब अमीरात और सर्बिया के लोगों ने इस सर्वेक्षण में हिस्सा लिया। दुनिया भर की आबादी के 25 प्रतिशत से ज्यादा या करीब 2 अरब से ऊपर लोग यहां रहते हैं।
रशियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड के सीईओ किरिल द्मित्रिएव ने कहा कि, “इस यूगव सर्वेक्षण में भारत के लोगों से हमें बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। स्पूतनिक वी भारत में सबसे ज्यादा पहचाने जाने योग्य वैक्सीन है (भाग लेने वाले 57 फीसदी) और यह फाइजर तथा एस्ट्राजेनेका से आगे है। ऐसा सिर्फ सुरक्षा और उच्च कुशलता के कारण नहीं बल्कि विभेदक खासियतों के कारण है, जैसे कि परिवहन और भंडारण की आसानी, वहन करने योग्य कीमत तथा भारतीय उत्तरदाताओं की सारी जरूरतें पूरी करने की क्षमता।”
उन्होंने आगे कहा कि असल में स्पूतनिक वी को सबसे भरोसेमंद विदेशी वैक्सीन में पहला स्थान मिला। इसके अलावा यह तथ्य कि भारत स्पूतनिक वी के सबसे महत्वपूर्ण निर्माण केंद्र के रूप में काम कर रहा है, के कारण रूसी वैक्सीन में लोगों का भरोसा बढ़ा।
स्पुतनिक श् सर्वाधिक पहचाना वैक्सीन है, इस सवाल पर : सर्वेक्षण में भागीदार लोगों में से 74 फीसदी ने कहा कि उन्होंने रूसी वैक्सीन के विषय में सुना है; फाइजर/बायोएनटेक दूसरे स्थान (69 फीसदी) पर है, जबकि एस्ट्राजेनेका (ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय) 60 फीसदी के साथ तीसरे स्थान पर है।
सर्वे में भाग लेने वालों में 77 प्रतिशत लोग मानते हैं कि सरकारों को चाहिए कि हर किसी को सभी टीकों तक समान पहुंच उपलब्ध कराए और हर किसी को कोई भी टीका चुनने की आजादी प्रदान करे।
इस पर किरिल द्मित्रिएव ने कहा, “दुनिया के भिन्न हिस्सों में युगव के सर्वेक्षण के नतीजे एक बार फिर बताते हैं कि वैक्सीन उत्पादक के रूप में लोगों को रूस और उसके स्पूतनिक वी पर काफी भरोसा है। रूसी विज्ञान की उल्लेखनीय उपलब्धि का ही असर है कि स्पूतनिक वी कई महीनों से दुनिया भर में लोगों की जान बचा रहा है और अब 50 से ज्यादा देशों में उपयोग के लिए स्वीकृत किया गया है। इस वैक्सीन के कई प्रमुख फायदे हैं और इनमें एक है, 91.6 फीसदी की कार्यकुशलता जिसकी पुष्टि अग्रणी मेडिकल जर्नल द लैनसेट ने की है। इसके अलावा यह एक सुरक्षित ह्युमन एडिनोवायरल वेक्टर प्लैटफॉर्म है और आकर्षक आपूर्ति श्रृंखला लॉजिस्टिक्स तथा वहनीयता स्पुतनिक श् को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वैक्सीन में से एक बनाते हैं।”
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