पद्मश्री डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर के 102वे जन्मोत्सव पर संस्कार भारती संस्था द्वारा आनलाईन कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉ विष्णु श्रीधर वाकणकर भारत के एक प्रमुख पुरातत्वविद् थे। उन्होंने भोपाल के निकट भीमबेटका के प्राचीन शिलाचित्रों खोज की । इन चित्रों का परीक्षण कार्बन-डेटिंग पद्धति से किया गया, इसी के परिणामस्वरूप इन चित्रों के काल-खंड का ज्ञान होता है। इससे यह भी सिद्ध होता है कि उस समय रायसेन जिले में स्थित भीम बैठका गुफाओं में मनुष्य रहता था और वो चित्र बनाता था। लगभग 4000 से अधिक भारतीय, कनाडा, इंग्लैंड, अमेरिका आदि शैलाश्रय गुफाओं की भी खोज की है। इन्होंने भारत में विलुप्त सरस्वती नदी की खोज की। सन 1975 में भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया।
कार्यक्रम में है नमन तुम्हे श्री वाकणकर का सुन्दर गीत प्रस्तुत किया गया तथा देव जी व्यास, श्रीमती रागिनी मक्खर, दीपक गुरुड, आदि जैसे प्रसिद्ध कलाकारों ने अपने गीत, नृत्य, कविता, और अपनी- अपनी कला के माध्यम से वाकणकर जी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए याद किया।