
डॉ. सुनील महांती ने कहा कि, “तत्कालीन समय में प्रत्येक व्यक्ति स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित था, चाहे लेखक हो, या क्रांतिकारी, दार्शनिक, इतिहासकार अथवा उद्योगपति, भारतवासी हो या विदेशी सभी के जीवन पर स्वामी जी का गहरा प्रभाव देखने को मिलता है।”
खबरी इंडिया, भुवनेश्वर:
सामाजिक-आध्यात्मिक संस्था ‘आनंदम फाउंडेशन’ के स्थापना दिवस समारोह के क्रम को आगे बढ़ाते हुए 18 जनवरी को गूगल मीट पर एक वेबिनार आयोजित किया गया। इस वेबीनार का विषय “वर्तमान वैश्विक संदर्भ में स्वामी विवेकानंद के विचारों की प्रासंगिकता” रखा गया था। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. सुनील महांती जी (क्षेत्र प्रचार प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उत्तरपूर्व भारत) ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम की शुरुआत आनंदम फाउंडेशन की सोशल मीडिया संयोजिका शुभांगी उपाध्याय ने ॐ कार और शांति मंत्र से की। इसके बाद संस्था के महासचिव आदरणीय मनोज दास जी ने फाउंडेशन के कार्यों और उद्देश्य के बारे में वेबिनार में उपस्थित लोगों को विस्तार से बताया। व्यक्ति निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण की संकल्पना लिए, यह संस्था भारत के विभिन्न प्रांतों में कार्यरत और संकल्पबद्ध है। उन्होंने उपस्थित श्रोतागण से इस पावन-पुनीत कार्य में अपना योगदान देने हेतु भी आग्रह किया।
अपने वक्तव्य में डॉ. सुनील महांती ने कहा कि, “तत्कालीन समय में प्रत्येक व्यक्ति स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित था, चाहे लेखक हो, या क्रांतिकारी, दार्शनिक, इतिहासकार अथवा उद्योगपति, भारतवासी हो या विदेशी सभी के जीवन पर स्वामी जी का गहरा प्रभाव देखने को मिलता है।”
उन्होंने आगे कहा कि, “भारत की सनातन संस्कृति ही विश्व का नेतृत्व करेगी और संसार को अंधकूप से निकालकर प्रकाश की ओर ले जायेगी।”
कार्यक्रम में शुभांगी उपाध्याय ने गीत की प्रस्तुति दी और आई.आई.टी मद्रास के प्रोफेसर जितेंद्र संगवाई ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए सभी को एकता के सूत्र में बंधकर कार्य करना होगा।
कार्यक्रम का संचालन जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर प्रकाश साहू ने किया। इस वेबिनार में देशभर से 52 से अधिक लोग शामिल हुए।
Youtube Videos
















