PhonePe vs Paytm: पेटीएम के खिलाफ RBI के एक्शन का फायदा फोनपे को होना शुरू हो गया है, क्योंकि बहुत सारे लोग पेटीएम को अपने फोन से अनइंस्टॉल करने लगे हैं.
Wallet Paytm Payments बैंक के बाद वॉलेट यूजर्स रहें अलर्ट, थर्ड पार्टी पर स्विच हो सकता है Paytm। रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी से यूपीआई समेत अलग-अलग प्लेटफार्म से पेमेंट सर्विस बंद करने का आदेश दिया है. इसके बाद यूपीआई सर्विस पर भी संकट के बादल हैं।
Paytm: हिंदी भाषा की एक लोकप्रिय कहावत में कहा जाता है कि किसी के नुकसान में किसी अन्य का फायदा होता है. ठीक ऐसा ही इस वक्त पेटीएम, फोनपे और बाकी ऑनलाइन पेमेंट ऐप्स के साथ हो रहा है. पेटीएम के खिलाफ आरबीआई के सख़्त एक्शन ने पेटीएम का काफी नुकसान किया है, लेकिन भारत में पेटीएम के सबसे बड़े प्रतिद्वंदी फोनपे को आरबीआई के इस एक्शन से काफी फायदा हुआ है.
दरअसल, आरबीआई ने 29 फरवरी से पेटीएम पेमेंट बैंक की सभी सर्विस को बंद करने का ऐलान कर दिया है. ऐसे में पेटीएम यूज़ करने वाले लाखों यूजर्स ने पेटीएम ऐप को अपने फोन से अनइंस्टॉल करना शुरू कर दिया है. यूजर्स ने अपने फोन से पेटीएम को अनइंस्टॉल करके दूसरे पेमेंट ऐप्स को डाउनलोड करना शुरू कर दिया है, और उस लिस्ट में फोनपे सबसे आगे है.
इसका सीधा फायदा पेटीएम के सबसे बड़े प्रतिद्वंदी फोनपे को हुआ है. इस टाइम पीरियड के दौरान फोनपे के डाउनलोड 4.4 लाख से बढ़कर 5.5 लाख हो गए हैं. फोनपे के अलावा BHIM APP को भी पेटीएम ऐप के खिलाफ लिए गए एक्शन का काफी फायदा हुआ है. इसी ऑनलाइन पेमेंट ऐप को भी 1-7 फरवरी के बाद 3.6 लाख यूजर्स ने डाउनलोड किया है. इन दोनों के अलावा Google Pay ऐप को भी डाउनलोड करने की संख्या 2 लाख के करीब गई है. AppTweak ने कहा कि डाउनलोड अनुमान की सटीकता दर लगभग 85-90% है.
फोनपे को हुआ जबरदस्त फायदा
ऐपट्वीक के भारत प्रमुख करण लखवानी ने टीओआई को बताया, “ऐप डाउनलोड में फोनपे की हिस्सेदारी पहले से ही बढ़ रही थी. पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई के निर्देश के बाद 31 जनवरी से फोनपे को डाउनलोड करने संख्या और भी तेजी से बढ़ गई.
पेटीएम और फोनपे की तुलना में MobiKwik बहुत छोटा प्रतिद्वंदी है, लेकिन इस पेमेंट ऐप को भी औसतन 45,000 डेली डाउनलोड मिले हैं. इसके अलावा आंकड़ों से पता चलता है कि 1-7 फरवरी के बीच एप्पल ऐप स्टोर पर भी पेटीएम का औसतन डेली डाउनलोड लगभग 8000 रहा था, जबकि फोनपे का औसतन डेली डाउनलोड 25,000 था.
एप्पल ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर को मिलाकर फोनपे को करीब 40 लाख डाउनलोड्स मिले हैं, जो अभी तक सबसे ज्यादा है. दूसरे नंबर पर भीम ऐप है, जिसे टोटल 25 लाख डाउनलोड्स मिले हैं. हालांकि फोनपे ने इसपर कोई भी कमेंट करने से मना कर दिया है, जबकि पेटीएम के एक प्रवक्ता ने कहा कि, हम मार्केट रिपोर्ट को विश्वसनीय सोर्स नहीं मानते हैं. हालांकि, हमारे इंटरनल रिपोर्ट के मुताबिक पिछले हफ्ते में भी हमने निरंतर बढ़त हासिल की है.
पेटीएम को हुआ भारी नुकसान
मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म AppTweak के उद्योग अधिकारियों से प्राप्त डेटा से पता चला है कि Google Play Store पर पेटीएम ऐप के डेली एवरेज डाउनलोड की संख्या 1-7 फरवरी के दौरान 24-31 जनवरी की तुलना में 2.4 लाख से घटकर 1.4 लाख हो गए हैं.
पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब पेटीएम की तरफ से यूपीआई सर्विस को चालू रखने की कोशिश हो रही है. वन97 कम्युनिकेशंस (One 97 Communications) अपने पेटीएम एप्लीकेशन को थर्ड पार्टी पर शिफ्ट कर सकता है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार ऐसा करने के पीछे उसका मकसद यह है कि उसके यूजर्स को यूपीआई सर्विस मिलती रहे. रिपोर्ट में दावा किया गया कि कंपनी की नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के साथ इसको लेकर बातचीत शुरू हो गई है. NPCI देश में यूपीआई इकोसिस्टम रन करती है.
फिर से हो सकती है ग्राहकों की केवाईसी
पेटीएम की कोशिश है कि 1 मार्च से ग्राहकों के लिए तीन या इससे भी ज्यादा बैंकों के वीपीए जारी करें. रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी से यूपीआई समेत अलग-अलग प्लेटफार्म से पेमेंट सर्विस बंद करने का आदेश दिया है. इसके बाद यूपीआई सर्विस पर भी संकट के बादल हैं. इस कारण पेटीएम की तरफ से अलग-अलग कवायद की जा रही है. ईटी की रिपोर्ट के अनुसार मर्चेंट पेमेंट के लिए प्रोसेस थोड़ा जटिल हो सकता है. बैंकों की तरफ से फिर से ग्राहकों का केवाईसी (KYC) कराने के लिए बोला जा सकता है.
1 मार्च से पेटीएम पेमेंट्स बैंक की सर्विस बंद हो जाएगी
यूपीआई के लिए पेटीएम यूजर के लिए सर्विस बैकएंड में वीपीए बदलने के साथ जारी रह सकती है. इस मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि 1 मार्च से पेटीएम पेमेंट्स बैंक सर्विस देना बंद कर देगा. ऐसे में पेटीएम एप भविष्य में थर्ड पार्टी एप बन जाएगा. यह दूसरे लेंडर्स के जरिये यूपीआई को इंटीग्रेटिड करेगा. इस बदलाव के बाद पेटीएम भी फोन पे (PhonePe), गूगल पे (Google Pay) और अमेजन पे (Amazon Pay) की कतार में शामिल हो जाएगा.
अभी यूपीआई पर 22 थर्ड पार्टी एप काम कर रहे हैं. एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक टीपीएपी के जरिये तमाम फिनटेक को सपोर्ट करते हैं. बैंक और फिनटेक ऐसे एड्रेस का यूज करते हैं जो दोनों ब्रांड के नाम का मिला-जुला रूप हो. उदाहरण के लिए Google प्रीविक्स के रूप में ‘ok’ का यूज करता है, जो ‘OkGoogle’ से लिया गया है. यस बैंक के जरिये जारी किया गया PhonePe का VPA ‘ybl’ का उपयोग करता है.