गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह के नेतृत्व में बृहस्पतिवार को नैक मूल्यांकन की तैयारियों को लेकर एक प्रेजेंटेशन माननीय कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के समक्ष राजभवन में प्रस्तुत की गई। चार घंटे तक चली प्रेजेंटेशन के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन ने नैक को लेकर अपनी तैयारियों का लेखा जोखा महामहिम के सामने प्रस्तुत किया। प्रेजेंटेशन के माध्यम से कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय के वर्तमान एसएसआर के मुताबिक कुल 738 अंक मिलने की उम्मीद है जो कि नैक में ए ग्रेडिंग के लिए पर्याप्त है। मगर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर ए प्लस प्लस के लिए प्रयास किया जाएगा। इसके लिए कुल 850 अंकों की जरूरत है। नैक मूल्यांकन के लिए आवेदन में जो वक्त बचा है इस अवधि में विश्वविद्यालय की ओर से अपनी तैयारियों को और बेहतर बनाया जाएगा ताकि एसएसआर में 850 अंक हासिल किया जा सके।
राज्यपाल महोदया ने विश्वविद्यालय प्रशासन के नैक मूल्यांकन को लेकर प्रस्तुत किए गए प्रेजेंटेशन की मुक्त कंठ से सराहना की। साथ ही साथ अन्य विश्वविद्यालयों से इस फार्मेट का अनुसरण करने का निर्देश दिया। बैठक में नैक के समन्वयक प्रो संदीप दीक्षित, एनआईआरएफ के समन्वयक प्रो गौर हरि बेहरा, आईक्यूएसी के डायरेक्टर प्रो अजय सिंह, आईक्यूएसी के कार्यालय सहायक रोहित शर्मा आदि लोग मौजूद रहे।
कार्यभार संभालने के बाद ही कुलपति ने शुरू किया प्रयास
विश्वविद्यालय के नए कुलपति के रूप में सितंबर में कार्यभार ग्रहण करने के बाद ही प्रो राजेश सिंह ने नैक मूल्यांकन में ए ग्रेड और एनआईआरफ रैंकिंग में टॉप 50 में आने का लक्ष्य निर्धारित किया था। तत्पश्चात विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जमीनी स्तर पर कार्य शुरू किया गया। इसी का नतीजा रहा है कि अब सकारात्मक परिणाम नज़र आ रहे हैं।