
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद अपने 9 दशक की यात्रा को पूरी करने की ओर अग्रसर है। 90 वासन सप्ताहिक संस्थापक समारोह कार्यक्रम के साथ जुड़ रहा है। सूचना प्रसारण खेल और युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर प्रधानमंत्री मोदी जी के यशस्वी नेतृत्व में देश में न केवल सूचना और प्रसारण मंत्रालय भारतीय परंपरा और भारतीय संस्कृति भारत के भारत के पौराणिक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्य बनाए रखते हुए कार्य कर रहे हैं, बल्कि देश के युवाओं के अंदर नई ऊर्जा का संचार करते हुए आजादी के बाद पहली बार देखने को मिला है कि भारत भारत में कितनी ऊर्जा भारत दुनिया का सबसे युवा राष्ट्र है। जब ओलंपिक और पैरालंपिक में भारत के खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन करके वापस आते हैं तो उस विभाग के मंत्री के रूप में आज आपका गोरखपुर में आगमन हुआ है।
सीएम ने बताई शिक्षण संस्थान के स्थापना की कहानी
मुख्यमंत्री शनिनवार को गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। जबकि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद रहे। सीएम योगी ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की शुरुआत शुरुआत ही 1932 में इस उद्देश्य से हुई थी, कहते हैं उस समय महंत दिग्विजय नाथ जी उस समय युवा थे। उनकी उनकी आयु उस समय 36 से 37 वर्ष रही होगी और उस उम्र में जब देश के आजादी के आंदोलन के साथ जुड़े हुए थे। बहुत नजदीक से जुड़े हुए थे, उस समय उन्हें पता लगा कि उनके स्कूली गुरु को उस समय स्कूल से इसलिए बर्खास्त कर दिया गया क्योंकि उन्होंने देश के आजादी के लिए कुछ आह्वान किया था।
उन्होंने कहा कि उस अभियान के साथ जुड़े तो उन्हें स्कूल से शासन ने बर्खास्त कर दिया। अपने गुरु के सम्मान के लिए उन्होंने जिस स्कूल की स्थापना की वह स्कूल आज महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज है। जिसमें 5000 से अधिक छात्र वर्तमान बच्चे अध्ययन कर रहे हैं और वही स्कूल महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की नींव पड़ी। जिस महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद में आज लगभग 50 शैक्षिक संस्थाएं शिक्षा, स्वास्थ्य और विभिन्न परिकल्पनाओं के साथ जुड़कर समाज और राष्ट्र निर्माण के साथ अपने आपको जोड़े हुए हैं।
अखंड ज्योति के साथ निकली शोभा यात्रा
मुख्य अतिथि ने एमपी इंटर कॉलेज के मैदान से शोभा यात्रा को सलामी देकर रवाना किया। शोभा यात्रा दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज के मुख्य द्वार से वीर बहादुर सिंह तिराहे से होते हुए मुख्य पोस्ट ऑफिस, गणेश चौराहा वहां से गोलघर होते हुए कचहरी चौराहा, जिला परिषद् के रास्ते स्वर्ण जयंती द्वार से पुन: एमपी इंटर कॉलेज के परिसर में पहुंच कर समाप्त होगी। उद्घाटन समारोह के पूर्व सुबह गोरखनाथ मंदिर से अखंड ज्योति के साथ शोभा यात्रा महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के परिसर में पहुंची।
यहां खड़े किए जाएंगे वाहन
शोभा यात्रा में शामिल होने वाले शिक्षण संस्थानों एवं अतिथियों के वाहन महायोगी गुरु गोरक्षनाथ शोधपीठ एवं दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज पूर्वी परिसर में खड़े किया गए हैं। बड़ी बसें आरटीओ परिसर में खड़ी की गई हैं।
प्रमुख चौराहों पर शिक्षक, कर्मचारी, कैडेट्स रहे
एमपी शिक्षा परिषद के मीडिया प्रभारी डॉ. नितिश शुक्ला ने बताया कि जनता की सुविधा एवं सकुशल शोभा यात्रा संपन्न कराने के लिए हर प्रमुख चौराहों पर शिक्षकों, कर्मचारियों एवं मुख्य मार्ग पर जगह-जगह राष्ट्रीय सेवा योजना एवं एनसीसी कैडेट लगाए गए हैं।
निकाली गई भव्य शोभा यात्रा
इसके पूर्व गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह आज शनिवार से शुरू हो गया है। समारोह का शुभारंभ सुबह भव्य शोभा यात्रा के साथ शुरू हुआ। जिसमें 8 हजार विद्यार्थी एवं 2 हजार शिक्षक-कर्मचारी शामिल रहे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर हैं और अध्यक्षता मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं।
20 महीने से महामारी का सामना कर रही पूरी दुनियां
हम सब जानते हैं वर्तमान में पूरी दुनिया विगत 20 माह से एक महामारी का सामना कर रही है। यह कोरोना महामारी इसने सामाजिक जीवन को और सामान्य जनजीवन को पूरी तरह दुनिया के अंदर प्रभावित किया। लेकिन हम सब का सौभाग्य कि भारत के अंदर प्रधानमंत्री मोदी जी की यशस्वी नेतृत्व में कोरोना प्रबंधन दुनिया के सामने एक उदाहरण बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि पहली बार भारत की युवाओं के लिए भारत के छात्रों के लिए छात्राओं के लिए उनके सर्वांगीण विकास के लिए और उनके जीवन के इस महत्वपूर्ण यात्रा के मार्ग में कोई बाधा ना आने पाए भारत सरकार ने एक नई राष्ट्रीय शिक्षा की नीति को लोग को भी लागू किया है। जो शिक्षा राष्ट्रीय शिक्षा नीति अगले वर्ष से लागू होने जा रही है। जिसकी अभी से धमक सुनाई दे रही है। एक नए भारत को कैसे निर्माण में हमारे युवाओं की भूमिका हो सकती है, इस भाव के साथ इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाना है।