नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का आखिरी चरण आज (सोमवार)को समाप्त हो गया। अब एग्जिट पोल के नतीजे भी सामने आ रहे हैं। शुरुआती एग्जिट पोल के अनुसार, उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) योगी बाबा की सरकार बनती दिख रही है। तीन एग्जिट पोल में बीजेपी+ को 200 से अधिक सीटें हासिल होती हुई दिख रही हैं। हालांकि, एग्जिट पोल में यह भी कहा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी (सपा) कड़ी टक्कर दे रही है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनाव के परिणामों के साथ 10 मार्च को पंजाब के भी नतीजे घोषित किए जाएंगे। मतदान समाप्त होते ही देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म हो जाएंगे। यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में किसकी सरकार बनने जा रही है इसका सही जवाब तो 10 मार्च को मतगणना के बाद ही मिलेगा।
आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश की सत्ता से बीजेपी को दूर रखने के लिए सपा को समर्थन देने का ऐलान किया है तो पंजाब में कांग्रेस खेमे की तरफ से आम आदमी पार्टी का सहयोग लेकर सरकार बनाने की आवाज उठी है। इतना ही नहीं, कांग्रेस चुनाव नतीजे से पहले ही अपने उम्मीदवारों को खरीद-फरोख्त से बचाए रखने के लिए सुरक्षित ठिकाने की तलाश में जुट गई है। वहीं, बीजेपी खुद के दम पर यूपी से लेकर गोवा, मणिपुर में सरकार बनाने का दावा करने के साथ-साथ दूसरी संभावनाओं पर भी मंथन करने में जुटी है।
एग्जिट पोल के नतीजों से भाजपा के नेता उत्साहित दिख रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव ने एग्जिट पोल के कू पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अपर्णा यादव ने लिखा, जय भाजपा, तय भाजपा | सीएनएन न्यूज 18 की ओर से जारी एग्जिट पोल के मुताबिक, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आ रही है। भाजपा गठबंधन के पास 240 सीटें आ रही हैं, सपा के पास 140 तो बसपा के पास 17 सीटें आ रही हैं। जबकि कांग्रेस के खाते में एक भी सीट नहीं आ रही है।
वहीं, रिपब्लिक भारत एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार, यूपी में एक बार फिर योगी सरकार सत्ता में वापसी कर रही है। उत्तर प्रदेश को लेकर रिपब्लिक के एग्जिट पोल में बताया गया है कि भाजपा गठबंधन को 262-277 सीटें मिल सकती हैं। वहीं एसपी गठबंधन को 119-134 सीटें, बीएसपी को 07-15 और कांग्रेस को 3-08 सीटें मिलने की बात कही गई है।
किसान आंदोलन का मुख्य केंद्र रहे पंजाब में 20 फरवरी को सभी 117 विधानसभा सीटों पर मतदान कराया गया। इस बार प्रदेश में बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल गठबंधन में टूट और कैप्टन अमरिंदर सिंह का कांग्रेस से अलग होना चुनाव दिलचस्प अखाड़े में बदल गया। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने भगवंत सिंह मान को सीएम कैंडिडेट बनाया, जबकि कांग्रेस ने सीएम के चेहरे पद के लिए दलित चेहरे को आगे करके सूबे में चुनाव लड़ा। ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि इस बार पंजाब में किसकी सरकार सत्ता पर काबिज होगी और किसको विपक्ष में बैठकर संतोष करना पड़ेगा।
कांग्रेस को झटका
एग्जिट पोल में पंजाब में कांग्रेस की हार और यूपी में बुरी स्थिति पर हिंदुस्तान के संपादक शशि शेखर ने कहा कि कांग्रेस को आत्मचिंतन की जरूरत है. पंजाब में हार जाते हैं, उत्तराखंड में भी सरकार नहीं बना पाते हैं तो उन्हें संगठन पर जोड़ देना पड़ेगा. वोट के लिए कुछ और चीजों की जरूरत होती है. वो करना पड़ेगा. गठबंधन दल भी कांग्रेस से संतुष्ट नहीं है.