सुलतानपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केन्द्रीय मार्गदर्शक मण्डल के सदस्य सुरेश जोशी (भैय्या जी जोशी) ने कहा कि हिन्दू समाज को अपने कर्म कांड को आचरण में उतारे। सुलतानपुर में के.एन.आई.कस्बा स्थित नवनिर्मित संघ के विभाग कार्यालय प्रो. राजेन्द्र सिंह उर्फ रज्जू भैया सदन के लोकापर्ण के लिए श्री जोशी ने विधि विधान से पूजन सम्पन्न किया और नवनिर्मित भवन का भ्रमण कर अवलोकन किया। इसके बाद लोकार्पण समारोह में पहुंच कर भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कहा कि हमें राष्ट्र व समाज के प्रति कैसा आचरण रखना चाहिए, इसको सीखने की जरूरत हैं। सज्जनों को सशक्त बनाना तथा दुर्जनो को सज्जन बनाने से देश का कल्याण होगा और इससे विश्व का कल्याण निश्चित है। कहा कि हिन्दू समाज के लोगों कर्मकांड को आचरण में उतारना चाहिए।
जोशी ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि व्यक्तियों को देखने की ²ष्टि अच्छी होनी चाहिए। रज्जू भैयाजी के नाम से जाना वाला यह भवन कई प्रकारों से विचार देने वाला भवन है। यहां विचार विमर्श, चर्चाएं होंगी। लोग रज्जू भैया का चित्र देखकर प्रेरणा ले सकेंगे। इससे प्रमाणिकता से काम करने का संकल्प पूरा होगा। संघ का कार्यालय हम सब के जीवन को सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। जिस कार्य के लिए जीवन समर्पण किया वह कार्य क्या है जानने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि केवल मातृशक्ति कह देने से काम नहीं चलेगा। आज समाज में बहुत निम्न आचरण हो रहा है। नारी के साथ अत्याचार और दुराचार की घटनाएं आये दिन हो रही है। आज लोगों की मनसा बिना मेहनत के कमाने की बन गयी हैं। बगैर परिश्रम पैसा कमाने की प्रवृत्ति त्यागनी होगी। यह कोई गरीब नहीं जिसके पास पैसा है वही कर रहा है। अनावश्यक संपदा प्रदर्शन द्वेष पैदा करता है। इसे त्यागना होगा। जातीय और क्षेत्र का भाव त्याग कर सभी एक समान मानने का भाव पैदा कीजिये।
जोशी ने कहा कि संघ का कार्य अविरोध है। ना संघ का कोई शत्रु है और न ही संघ किसी का शत्रु है। परंतु यह पूरी तरह हमारे नियंत्रण में नहीं हैं। देश में एक भी मुसलमान और ईसाई न होता तो भी संघ अपना कार्य करता। संघ के साथ ही खड़ा हुआ का विरोध के लिए बने संगठन खत्म होने के कगार पर हैं। देश में जय पराजय का साक्षी और कारण हिन्दु ही है। देश में कभी हारे या जीते दोनों में हिन्दू ही रहा है।