
नई दिल्ली : यूक्रेन में तबाही का मंजर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले का आज 17वां दिन है। यूरोपियन देशों द्वारा इसकी कड़ी निंदा की जा रही है और साथ ही रूस को कई कड़े प्रतिबंधों को झेलना पड़ रहा है जिससे रूस के राष्ट्रपति में बौखलाहट नजर आ रही है।
रूस ने धमकी दी है कि उसके खिलाफ लगे पश्चिमी देशों और अमेरिका के प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय स्पेहस स्टेशन के दुर्घटनाग्रस्त होने का कारण बन सकते हैं। रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख ने चेतावनी दी, दंडात्मक उपायों को उठाने का आह्वान किया है। आपको बता दें कि जब से रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हुई है तभी से अंतरराष्ट्रीपय अंतरिक्ष स्टेकशन को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
धमकी दी है कि उसके खिलाफ लगे पश्चिमी देशों और अमेरिका के प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय स्पेहस स्टेशन के दुर्घटनाग्रस्त होने का कारण बन सकते हैं। रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख ने चेतावनी दी, दंडात्मक उपायों को उठाने का आह्वान किया है। आपको बता दें कि जब से रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हुई है तभी से अंतरराष्ट्रीपय अंतरिक्ष स्टेशन को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को दो हिस्से में डिवाइड किया गया है। एक हिस्से को रूस ऑपरेट करता है, तो दूसरे को अमेरिका। 1998 में रूस और अमेरिका के एस्ट्रोनॉट ने एक साथ इस स्पेस स्टेशन में कदम रखा था। तब से ही दोनों की बीच साझेदारी जारी है।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने 1 मार्च को कहा था कि वह रूस की मदद के बिना आईएसएस को कक्षा में बनाए रखने के लिए उपाय खोजने की कोशिश कर रहा है। रोस्कोस्मोस ने कहा कि उसने नासा, कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी से हमारी कंपनियों के खिलाफ लगाए गए ‘अवैध प्रतिबंधों’ को हटाने की मांग की है। फिलहाल अंतरिक्ष इकलौता ऐसा क्षेत्र है जहां अमेरिका और रूस एक-दूसरे के सहयोग से काम कर रहे हैं।