गोरखपुर।
सांसद रवि किशन ने कहा है कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी को देखते हुए जिस प्रकार से साधन और संसाधन चिकित्सा के क्षेत्र में पूरी दुनिया की जरूरत है जिसमें नए विकल्पों और प्रयासों की तरफ गंभीरता से कार्य करना होगा और चिकित्सा संसाधनों के साथी डॉक्टर पैरामेडिकल स्टाफ को दक्ष बनाना होगा। इसी क्रम में गोरखपुर के ललित नारायण मिश्र केंद्रीय चिकित्सालय पूर्वोत्तर रेलवे के अंदर एमबीबीएस के छात्रों को इंटरशिप ट्रेनिंग प्रशिक्षण के साथ पैरामेडिकल ट्रेंनिंग सेंटर की शुरुआत करनी चाहिए। जिसके लिए यहां पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। ललित नारायण मिश्र चिकित्सालय में यह सुविधा पहले ही शुरू हो जानी चाहिए।
इस संदर्भ मे उन्होंने पूर्वोत्तर रेलवे के प्रबंधक को पत्र लिखा है।
सांसद रवि किशन ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे के ललित नारायण मिश्र केंद्रीय चिकित्सालय गोरखपुर में पैरामेडिकल ट्रेनिंग सेंटर के लिए विकसित किए जाने के साथ ही एमबीबीएस इंटर्नशिप ट्रेनिंग छात्रों को प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा की पूर्वोत्तर रेलवे का यह चिकित्सा संस्थान मान्यता प्राप्त संस्थान है परंतु यह व्यवस्था यहां जो मिलनी चाहिए वह लागू नहीं किया गया। जबकि बहुत से छात्र एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त करने के उपरांत ललित नारायण मिश्र केंद्रीय चिकित्सालय में
इंटरशिप करना चाहते है। इससे छात्रों को असुविधा का सामना भी करना पड़ता है और एक प्रकार से स्किल इंडिया के नियमों का उल्लंघन भी जाने अनजाने हो रहा है। रवि किशन ने कहा पूर्वोत्तर रेलवे के इस बेहतरीन चिकित्सालय में फिजियोथेरेपी, पैथोलॉजी इत्यादि में स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाए जा सकते हैं।
रवि किशन ने महाप्रबंधक पूर्वोत्तर रेलवे को पत्र प्रेषित कर कहा यह सुविधा ललित नारायण मिश्र चिकित्सालय में अबिलंब प्रारंभ कराई जानी चाहिए। वैश्विक महामारी कोरोना भें जब हम बड़े से बड़े उपाय चिकित्सा संसाधनों डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को दक्ष बनाने में कर रहे हैं तो हमें पूर्वांचल की इस लोकप्रिय चिकित्सकीय संस्थान मे एमबीबीएस के छात्रों के लिए इंटरशिप ट्रेनिंग और पैरामेडिकल ट्रेनिंग प्रारंभ कराई जानी चाहिए। रवि किशन ने विश्वास प्रकट किया कि प्रबंधन पूर्वोत्तर रेलवे इसका संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई करेंगे जिससे छात्र छात्राओं को इंटरसिटी और प्रशिक्षण सुविधा प्राप्त हो सके।