• October 2, 2023
 प्रो. मानवेन्द्र प्रताप सिंह की प्रथम पुण्यतिथि पर स्मृति सभा का आयोजन किया गया
  • व्यक्ति की स्मृतियाँ संस्थान को भी जीवंत बनाती हैं: प्रो. संगीता पाण्डेय
  • प्रो. मानवेन्द्र प्रताप सिंह की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित हुई स्मृति सभा

खबरी इंडिया, गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के समाजशास्त्र विभाग में पूर्व अध्यक्ष स्व. प्रो. मानवेन्द्र प्रताप सिंह की प्रथम पुण्यतिथि पर स्मृति सभा का आयोजन किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय एवं शहर के तमाम शिक्षक, गणमान्य व्यक्तियों एवं पूर्व छात्रों ने अपनी स्मृतियों को सांझा किया।

08c43bc8-e96b-4f66-a9e1-d7eddc544cc3
345685e0-7355-4d0f-ae5a-080aef6d8bab
5d70d86f-9cf3-4eaf-b04a-05211cf7d3c4
2bee3301-ae1b-4f0f-9337-62d3f0fe40cf

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. संगीता पाण्डेय ने कहा कि स्मृति सभा के आयोजन से केवल व्यक्ति को याद नहीं किया जाता बल्कि संस्था भी जीवंत होती है। पिछले वर्ष कोविड से जुड़ी समस्या के कारण प्रो. मानवेन्द्र प्रताप सिंह का असामयिक निधन हो गया था। उनके योगदान एवं व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं को याद करते एवं अनुसरण करते हुए उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।

अधिष्ठाता कला संकाय प्रो. नंदिता सिंह ने कहा कि प्रो. मानवेन्द्र सिंह एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे और विभागाध्यक्ष के रूप में उनकी अनेक उपलब्धियाँ रही हैं।

प्राचीन इतिहास विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. राजवंत राव ने कहा कि अपने सहज व्यक्तित्व के कारण प्रो. मानवेन्द्र सबके प्रिय थे। सबसे संवाद बनाए रखने की खूबी के कारण आज भी वह सबकी स्मृतियों में बने हुए हैं।

सभा को हिंदी विभाग के प्रो. कमलेश कुमार गुप्त, प्रबन्धक डॉ सुधीर राय समेत, छात्र नेता जितेंद्र वर्मा समेत कई शिक्षकों, पूर्व छात्रों एवं शोधार्थियों ने संबोधित किया।
इस दौरान प्रो. वी.के. श्रीवास्तव, प्रो.कीर्ति पाण्डेय, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो. अजय शुक्ला, प्रो. सुभी धुसिया, प्रो. अंजू, डॉ अनुराग, डॉ मनीष पाण्डेय, डॉ. पवन कुमार, दीपेंद्र मोहन सिंह, प्रकाश प्रियदर्शी, डॉ प्रमोद शुक्ला, प्रो. दमयंती तिवारी, डॉ अमित उपाध्याय, डॉ महेंद्र सिंह, प्रो. विजय चहल, डॉ राजवीर सिंह, डॉ सुनील यादव, डॉ अनुपम सिंह, डॉ उदयभान सिंह, डॉ कौलेश्वर प्रियदर्शी, डॉ राकेश प्रताप सिंह समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।

Related post