सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर के विकास कार्यों का दूरगामी असर हुआ है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में हुए विकास कार्यों से न सिर्फ पूर्वी उत्तर प्रदेश बल्कि बिहार और नेपाल से जुड़ी एक बड़ी आबादी भी लाभान्वित होगी।
गोरखनाथ मंदिर के सभागार में रविवार सुबह मीडिया कर्मियों से बातचीत में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की रैली ऐतिहासिक होगी। प्रधानमंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश की पांच करोड़ जनता के सपनों को पूरा करने आ रहे हैं।
मंगलवार (7 दिसंबर) का दिन पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की दृष्टि से इतिहास के पन्नों पर स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होने जा रहा है। इस दिन गोरखपुर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वी उत्तर प्रदेश को करीब 100 अरब रुपये के विकास कार्यों की सौगात देंगे। प्रधानमंत्री 8603 करोड़ रुपये के गोरखपुर खाद कारखाना, 1011 करोड़ से गोरखपुर में ही बने पूर्वी उत्तर प्रदेश के पहले एम्स और 36 करोड़ की लागत वाले आरएमआरसी के हाईटेक लैब्स का उद्घाटन करेंगे। इससे न सिर्फ पूर्वी उत्तर प्रदेश बल्कि बिहार और नेपाल तक के लोगों को सुविधाएं मिलेंगी।
दिसंबर को पीएम मोदी के गोरखपुर आगमन और इस दौरान उनके हाथों लोकार्पित होने वाली विकास परियोजनाओं की जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को खुद दी। रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में पत्रकार वार्ता में सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश के उन सपनों को साकार करने आ रहे हैं जिन्हें पिछली सरकारों की नाकामियों ने नकारा सा बना दिया था पीएम के हाथों तीन बड़े प्रोजेक्ट का उद्घाटन पूर्वी उत्तर प्रदेश की दृष्टि से अब तक का सबसे बड़ा निवेश है।
बिहार और नेपाल की बड़ी आबादी को फायदा
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास की तीनों परियोजनाओं से पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार व नेपाल की बड़ी आबादी लाभान्वित होगी। रोजगार की राह खुल जाएगी। सात दिसंबर पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूरे प्रदेश के विकास के दृष्टि से महत्वपूर्ण तिथि साबित होने जा रही है। इस दिन पीएम के ऐतिहासिक स्वागत के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश की जनता और अन्य संगठन उत्साहित हैं।
सीएम ने कहा कि विपक्ष के लिए जो नामुमकिन था, उसे पीएम मोदी ने मुमकिन कर दिखाया है। असंभव को संभव बना दिया है। पीएम ने व्यापक जनहित में किसानों, महिलाओं, नौजवानों, बच्चों की खुशहाली व क्षेत्र के उन्नयन के लिए ये परियोजनाएं उपलब्ध कराई हैं। जबकि विपक्ष इसे अबतक वोट बैंक ही समझता था। गोरखपुर को नया एम्स मिलने से यहां की स्वास्थ्य सुविधाओं पर पड़ने वाले प्रभावों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे पूर्वांचल में स्वास्थ्य सेवाएं उन्नत होंगी। उन्होंने कहा कि 1977 में पहली बार गोरखपुर में इंसेफ्लाइटिस के मरीज चिन्हित हुए थे, बीमारी कब से है, किसी को कोई पता नहीं था। लेकिन, भाजपा सरकार के प्रयासों से आज ये बीमारी लगभग समाप्त हो गई है।