भोपाल: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में बुजुर्ग होने के साथ बीमारियों से जूझ रही हथिनी की देखभाल की जिम्मेदारी वन विभाग ने पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनीमल (पेटा) को सौंप दी गई है।
बताया गया है कि वर्तमान में ‘लक्ष्मी’ नाम की हथिनी छतरपुर जिले के बडा मलेहरा के वन विभाग के परिसर में है। उसकी स्थिति को लेकर पेटा ने चिंता जताते हुए वन विभाग से देखभाल की जिम्मेदारी सौंपने का अनुरोध किया गया था।
पेटा ने बताया कि वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) आलोक कुमार ने एक आदेश जारी कर लक्ष्मी को पशु चिकित्सकीय सुविधा, भोजन-पानी सहित अन्य सुविधाएं मुहैया करने की जिम्मेदारी पेटा को सौंपी है।
पेटा इंडिया की चीफ एडवोकेसी अधिकारी खुशबू गुप्ता ने कहा है कि लक्ष्मी की मदद के लिए जरुरी कदम उठाने और पेटा इंडिया को अपना योगदान देने की अनुमति के लिए मध्य प्रदेश के वन विभाग का धन्यवाद। विभिन्न समस्याओं को झेल रही हथिनी लक्ष्मी को जल्दी ही घूमने, तालाबों में स्नान करने और अन्य हाथियों की संगत करने का मौका मिलेगा, ऐसी उम्मीद है।
चिकित्सकों द्वारा किए गए परीक्षण में निष्कर्ष निकाला गया है कि वह गठिया और पुराने जोड़ों की विकृति से पीड़ित है। इस वजह से उसे बेहद दर्द है और भोजन आदि के ग्रहण न करने से वह कमजोर हो गई है।