
मोहद्दीपुर, पैडलेगंज, शास्त्री चौक समेत सभी चौराहों पर रहा जाम, रूट डायवर्जन, वन वे और कट बंद करने से और बिगड़ी व्यवस्था, चार चौराहों पर बत्ती से ट्रैफिक चलाने का प्रयोग भी नहीं हो पाया पूरा।
गोरखपुर। गोरखपुर शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए अधिकारी रोज नए प्रयोग कर रहे हैं। संभ्रांत लोगों के साथ ही व्यापारी, बस व आटो चालक से सुझाव मांगा जा रहा है लेकिन स्थिति जस की तस है। इसकी वजह सड़क पर अतिक्रमण व बस चालकों की मनमानी है। एक सप्ताह पहले एडीजी की बैठक में यह तय हुआ था कि बायां मोड़ फ्री कराने के साथ ही चौराहे से 50 मीटर के दायरे में सड़क से अतिक्रमण हटाया जाएगा।
गोरखपुर शहर को जाम से निजात दिलाने के सारे उपाय निरर्थक साबित हो रहे हैं। पिछले सोमवार को किए गए प्रयोग की तुलना में इस सोमवार शहर की यातायात व्यवस्था ज्यादा चरमराई रही। पूरे दिन लोग जाम से जूझते रहे। कोई ऐसा चौराहा नहीं बचा, जहां लोगों को फंसना न पड़ा हो। पुलिस अफसरों की गाड़ियां भी जाम में फंसी रहीं। जिन चार चौराहों पर आईटीएमएस (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनजमेंट सिस्टम) से ट्रैफिक का संचालन होना था, वहां भी लोग पुलिसकर्मियों के इशारे पर चलते रहे।
शहर में वैसे तो हर दिन जाम लगता है, लेकिन सोमवार को स्थिति बेकाबू होने लगती है। दो सप्ताह पहले ऐसे ही जाम में एडीजी, डीएम समेत कई बड़े अफसरों की गाड़ियां फंसी तो इस समस्या के समाधान के लिए विकल्प खोजे जाने लगे। परंतु जितने अधिक विकल्प खोजे जा रहे हैं, समस्या भी उतनी ही जटिल होती जा रही है।
शहर में जाम से पुलिसकर्मी भी परेशान रहे। दोपहर दो बजे पुलिस लाइंस में एसपी नार्थ व एसपी साउथ दो मामलों का खुलासा करने वाले थे। दोनों अफसर समय से पहुंच भी गए लेकिन शाहपुर और सहजनवां एसओ पुलिस लाइंस नहीं पहुंच पाए। दोनों अफसरों ने मीटिंग हाल में कुछ देर तक पत्रकारों से वार्ता की, तब तक एसओ भी आरोपियों को लेकर पहुंचे। पुलिसकर्मी खुद ही जाम की कहानी सुना रहे थे।
वाहन चालक लगा रहे चौराहों का फेरा, हाफ रही पुलिस
रूट डायवर्जन की वजह से पूरे दिन विश्वविद्यालय चौराहा जाम रहा। लेकिन सड़क पर खाली बस को खड़ी कर चालक सवारी भरते नजर आए। बस मालिक सड़क पर गाड़ी खड़ी कर टिकट काट रहे थे। कुछ दूरी पर जाम खुलवाने में लगे पुलिसकर्मियों की आंख के सामने यह सब हो रहा था। यही स्थिति यहां हर रोज रहती है जिसकी वजह से राहगीर जाम में फंसकर परेशान होते हैं।
मोहद्दीपुर, बेतियाहाता में दिन भर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। जिसकी वजह कट बंद होना है। आसपास के कालोनी के रहने वाले लोगों को घर जाने के लिए चौराहे का फेरा लगाना पड़ रहा था। जिसकी वजह से चौराहे पर यातायात का दबाव बढ़ गया था।
सिग्नल से यातायात संचालित होने में लगेगा समय