-विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर पाकिस्तान का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया
गोरखपुर। पाकिस्तान के लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति को तोड़े जाने के विरोध में शनिवार को दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के गेट के साथ छात्र नेताओं ने पाकिस्तान का पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन किया। कुछ दिन पहले पाकिस्तान के लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति के साथ तोड़फोड़ की गई थी। तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान से जुड़े एक शख्स ने इस काम को अंजाम दिया था। इस शर्मनाक घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल रहा है। अब पाकिस्तान के कोर्ट ने उस आरोपी को जमानत दे दी है।
छात्र नेता नारायण दत्त पाठक ने कहा कि इसके पहले भी पाकिस्तान में दो बार महाराणा रणजीत सिंह की मूर्ति को तोड़ा जा चुका है। पिछले कुछ सालों में प्रतिमा को तोड़ने की घटना तीसरी बार हुई है। 27 जून, 2019 को पूर्व शासक की 180 वीं पुण्यतिथि को चिह्नित करने के लिए, कांस्य में बने नौ फुट ऊंची प्रतिमा को लाहौर किले में अनावरण किया गया था। पहली बार अगस्त 2019 में प्रतिमा को तोड़ा गया था, दूसरी बार दिसंबर 2020 में तोड़ दिया गया था। सतीश प्रजापति ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की सांस्कृतिक धरोहरों पर इस तरह के हमलों से पता चलता है कि पाकिस्तान में किस तरह असहिष्णुता बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले भी एक हिंदू मंदिर को तोड़ दिया गया था। इसकी हम सब कठोर निंदा करते हैं। भारत सरकार से अपील है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठाएं। प्रदर्शन के दौरान छात्र नेता सत्यम गोस्वामी, शिवम त्रिपाठी, शिवम मिश्रा, पंकज तिवारी, अजय गौतम, आकर्ष उपाध्याय, अभिषेक यादव, उज्जवल सिंह, छात्र नेता आकाश सिंह राजपूत, अनुपम गौड़, हिमांशु राय, पुनीत त्रिपाठी, कार्तिक यादव, अजय यादव, हर्ष सहित अन्य छात्र मौजूद रहें।