
उत्तर प्रदेश की खजनी सीट के नतीजे (Khajni MLA Vidhan Sabha Election Result) 2022 LIVE Updates: खजनी विधानसभा 2012 में अस्तित्व में आई थी. इस पर भाजपा के श्रीराम चौहान ने जीत हासिल की है.
खजनी चुनाव परिणाम 2022 LIVE Updates in Hindi: उत्तर प्रदेश के खजनी (सुरक्षित) विधानसभा सीट (Khajni Assembly Seat) का अस्तित्व 2012 में धुरियापार विधानसभा के खत्म होने के बाद आया. इस सीट पर 2012 और 2017 के चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की. अब एक बार फिर भाजपा ने जीत हासिल की है. इस बार भाजपा नेता श्रीराम चौहान (Sri Ram Chauhan) को मैदान में उतारा और उन्होंने जीत हासिल की है. वहीं सपा ने अपनी महिला कार्यकर्ता रुपावती बेलदार (Rupawati Beldar) पर विश्वास जताते हुए टिकट दिया था, जो दूसरे स्थान पर रही हैं. इस विधानसभा (Khajni Assembly Seat) में दलित आबादी की संख्या अधिक है. उसके साथ ब्राह्मण भी निर्णायक भूमिका में हैं. वहीं बसपा ने पूर्व मंत्री व बांसगांव से पूर्व विधायक सदल प्रसाद के भाई विद्यासागर को टिकट देकर प्रत्याशी बनाया था.
खलीलाबाद के निवासी हैं श्रीराम चौहान
भारतीय जनता पार्टी से खजनी (Khajni Assembly Seat) से चुनाव लड़ रहे श्रीराम चौहान दलित समुदाय के नेता है जो खलीलाबाद के रहने वाले हैं. श्रीराम चौहान आरएसएस के कार्यकर्ता है. यह हैंसर विधानसभा बाद में धनघटा विधानसभा से तीन बार विधायक रह चुके हैं. पहली सन 1984 में पहली बार खलीलाबाद विधानसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन सफलता नहीं मिली. वर्ष 1989 में पार्टी ने इन्हें हैंसर बाजार विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया. इस बार श्रीराम ने कांग्रेस पार्टी की गेंदा देवी को पराजित किया और पहली बार विधानसभा में पहुंचे.
वर्ष 1991 में इसी सीट (Khajni Assembly Seat) से दोबारा जीत दर्ज की. परंतु वर्ष 1993 के विधानसभा चुनाव में श्रीराम चौहान को हार का सामना करना पड़ा. वर्ष 1996 में श्रीराम चौहान को बस्ती लोकसभा सीट से सांसद चुना गया. वर्ष 1998 और 1999 में भी बस्ती से सांसद चुने गए. वर्ष 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में श्रीराम चौहान को खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों का राज्य मंत्री बनाया गया. वर्ष 2017 में धनघटा से तीसरी विधायक चुने जाने पर योगी सरकार में इन्हें राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया.
2017 में भी लड़ चुकी हैं रुपावती
भाजपा प्रत्याशी श्रीराम चौहान के सामने क्षेत्र में सक्रिय रहने वाली रूपावती बेलदार को सपा ने प्रत्याशी बनाया है. क्षेत्र में सक्रियता ही इनकी पहचान है. वर्ष 2017 के चुनाव में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली रुपावती को 42 हजार वोट मिले थे. वहीं बांसगांव के पूर्व विधायक व बसपा सरकार में मंत्री रहे सदल प्रसाद के छोटे भाई विद्यासागर बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जो क्षेत्र में अपने सामाजिक कार्यों की बदौलत जनता को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं.
दो बार के विधायक संत का टिकट कटा
खजनी विधानसभा (Khajni Assembly Seat) का अस्तित्व 2012 में आया. जहां से पहली बार भाजपा के संत प्रसाद विधायक चुने गए थे. उन्होंने इस चुनाव में 57920 मत प्राप्त किए, जबकि बसपा के रामसमुझ 48 हजार वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे. इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पुन: संत प्रसाद पर भरोसा जताते हुए मैदान में उतारा. उन्होंने पार्टी के भरोसे को कायम रखा और बसपा प्रत्याशी राजकुमार लगभग 20 हजार मतों से पराजित किया. इस चुनाव में संत प्रसाद को लगभग 71 हजार वोट मिले जबकि राजकुमार को 51,413 मत प्राप्त हुए.
दलित बाहुल्य सीट है खजनी
गोरखपुर जनपद की खजनी विधानसभा (Khajni Assembly Seat) एक दलित बाहुल्य सीट है. यह सीट आरक्षित है. खजनी विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 3,64,304 है. जिनमें दलित मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है. वहीं इस सीट पर योगी आदित्यनाथ का भी असर है. इस वजह से बसपा का कैडर वोट भी बीजेपी के पक्ष में मतदान करता रहा है. जो बीजेपी की जीत का एक प्रमुख कारण है.
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