• January 23, 2025
 योगी आदित्यनाथ फिर मुख्यमंत्री बने तो यूपी में टूटेंगे ये मिथक, रच देंगे इतिहास!

UP Assembly Election Result 2022: कहा जाता है कि जो भी मुख्यमंत्री नोएडा आता है, वह फिर सत्ता में वापसी नहीं कर पाता. लेकिन सीएम योगी ने अपने पांच सालों के कार्यकाल में कई बार नोएडा का दौरा किया.

UP Politics: बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में 1997 से 2002 तक पहली बार 5 साल तक यूपी की सत्ता चलाई, लेकिन इन पांच सालों में बीजेपी ने 3 मुख्यमंत्री बदले. जब बीजेपी ने 21 सितंबर 1997 को सरकार बनाई तो कल्याण सिंह सीएम बने, फिर दो साल बाद सीएम बदलकर राम प्रकाश गुप्ता को मुख्यमंत्री की कुर्सी दे दी गई. इसके 351 दिन बाद राम प्रकाश गुप्ता को हटाकर बीजेपी ने राजनाथ सिंह को सीएम बना दिया.

UP Election Result 2022: देश में सबकी निगाहें 10 मार्च पर टिकी हैं, क्योंकि कल देश में सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होंगे. देश के सभी एग्जिट पोल (Exit polls) के नतीजों में उत्‍तर प्रदेश में एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बनने की बात कही गई है. योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने का अनुमान है. अगर ऐसा हुआ तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) इतिहास रचेंगे. साल 1950 में उत्तर प्रदेश में पहली बार चुनाव हुए, तब से लेकर अब तक राज्य में कोई भी लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री नहीं बना है, जिन्‍होंने अपना पहला 5 साल का कार्यकाल पूरा किया हो. अगर यूपी में दोबारा बीजेपी की सरकार बनती है और योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाया जाता है तो यह ऐतिहासिक होगा.
ये नतीजे साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर भी असर डालेंगे, क्योंकि दिल्ली का रास्ता यूपी की राजनीति से होकर निकलता है. ऐसे में सबके जहन में ये सवाल है कि आखिर यूपी की गद्दी किसके हाथ लगेगी. तमाम एक्ज़िट पोल्स का अनुमान है कि सत्ता की चाबी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास ही रहेगी. अगर ऐसा होता है तो इस बार यूपी में कई सालों से चले आ रहे कई मिथक टूट जाएंगे.

अगर योगी फिर बनते हैं मुख्यमंत्री तो…

  1. योगी पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद अपने दल की सत्ता में वापसी कराएंगे. ऐसा करने वाले वह पहले मुख्यमंत्री होंगे.
  2. बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री होंगे जो लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे.
  3. योगी मुख्यमंत्री बने तो 2007 के बाद पहले ऐसे नेता होंगे, जिन्होंने बतौर सीएम उम्मीदवार विधानसभा का चुनाव लड़ा.

सूबे में साल 1951 से लेकर साल 2007 तक अस्थिरता का दौर चलता रहा. इसके बाद साल 2007 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई और मायावती पूरे पांच सालों तक मुख्यमंत्री रहीं. लेकिन वह साल 2012 में वापसी नहीं कर पाई. 2012 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की वापसी हुई और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने. मायावती के बाद अखिलेश ने भी पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा तो किया लेकिन सत्ता में उनकी भी वापसी नहीं हुई और साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 325 सीटों जीतकर इतिहास रच दिया. इसके बाद पार्टी ने योगी आदित्यनाथ को सत्ता के शिखर पर बिठाया. योगी ने भी पूरी पांच साल का कार्यकाल पूरा किया. अब देखना यह है कि योगी दोबारा मुख्यमंत्री की शपथ लेकर इतिहास रच पाते हैं या नहीं.

हली बार पांच साल तक यूपी की सत्ता चलाई
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में 1997 से 2002 तक पहली बार पांच साल तक यूपी की सत्ता चलाई, लेकिन इन पांच सालों में बीजेपी ने भी 3 मुख्यमंत्री बदले. जब बीजेपी ने 21 सितंबर 1997 को सरकार बनाई तो कल्याण सिंह सीएम बने, फिर दो साल बाद सीएम बदलकर राम प्रकाश गुप्ता को मुख्यमंत्री की कुर्सी दे दी गई. इसके 351 दिन बाद राम प्रकाश गुप्ता को हटाकर बीजेपी ने राजनाथ सिंह को सीएम बना दिया.

अपना कार्यकाल पूरा भी नहीं किया था
इसी तरह 3 जून 1995 को मायावती पहली बार जब सीएम बनीं तो उनकी सरकार 18 अक्टूबर 1995 तक चली और वो 137 दिन तक मुख्यमंत्री रहीं. लेकिन इसके बाद उनकी सरकार गिर गई और प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लग गया. इसके बाद 1997 को राष्ट्रपति शासन हटा और मायावती फिर से सीएम बनीं. लेकिन इस बार भी उनकी सरकार 184 दिन ही चल सकी. फिर मायावती दूसरी बार सीएम जरूर बनीं लेकिन बीच में 1 साल से ज्यादा तक प्रदेश में राष्ट्रपति शासन रहा और मायावती ने अपना कार्यकाल पूरा भी नहीं किया था.

यूपी की राजनीति का दिलचस्प मिथक

कहा जाता है कि जो भी मुख्यमंत्री नोएडा आता है, वह फिर सत्ता में वापसी नहीं कर पाता. लेकिन सीएम योगी ने अपने पांच सालों के कार्यकाल में कई बार नोएडा का दौरा किया. उन्होंने इस मिथक को नज़रअंदाज करके विपक्ष पर भी निशाना साधा. दरअसल 1988 के बाद से माना जाता है कि जिस भी मुख्यमंत्री ने नोएडा का दौरा किया, वह अगली बार सत्ता में नहीं लौटा. जब राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री बने थे तब उन्होंने नोएडा बने एक फ्लाईओवर का उद्घाटन दिल्ली से किया. अब दिलचस्पी ये जानने के लिए और बढ़ गई है कि नोएडा गए सीएम योगी मुख्यमंत्री बनकर ये मिथक तोड़ेंगे या नहीं.

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