Gorakhpur rape accused murder: गोरखपुर में शुक्रवार को दीवानी कचहरी गेट पर नाबालिग से रेप के आरोपी दिलशाद हुसैन की गोली मारकर हत्या कर दी गई. उसे पीड़ित लड़की के पिता ने गोली मार दी. दिलशाद जमानत पर रिहा चल रहा था और वह पहली तारीख पर कचहरी पहुंचा था. पीड़िता का पिता उसे देख क्रोधित हो गया और उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
विनीत राय, खबरी इंडिया।
गोरखपुर कचहरी गेट पर शुक्रवार की दोपहर अपहरण और रेप के आरोपित बिहार के (35) वर्षीय दिलशाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह अपने मुकदमे की तारीख पर कहचरी आया था। आरोप है कि पीड़ित लड़की के पिता रिटायर्ड फौजी ने गेट पर ही उसे देखते ही उस पर ताबड़तोड़ दो गोलियां चलाईं। एक गोली आरोपित के सिर में आर-पार हो गई। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद रिटायर्ड फौजी को साइकिल स्टैंडकर्मी ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
जमानत पर बाहर था रेप का आरोपी दिलशाद
30 वर्षीय दिलशाद हुसैन नाबालिग से रेप के मामले में जमानत पर रिहा चल रहा था. इस केस में उसकी पहली तारीख थी. दिलशाद हुसैन ने अपने वकील को दोपहर फोन किया. कोविड प्रोटोकॉल के कारण वकील बाहर आकर उससे मिलने वाला था, इसी दौरान लड़की के पिता ने उसे देखते ही गोली चला दी.
नाम बदलकर दिया था प्यार का झांसा
इधर, लड़की के पिता BSF में तैनात थे और परिवार को गांव छुड़ाकर बड़हलगंज में मकान बनवा कर रख दिया। सामने दिलशाद की दुकान थी। उसका उसके घर आना जाना शुरू हो गया। हिन्दू नाम बताकर उसने नाबालिग लड़की को अपने प्यार के झांसे में फंसा लिया। दो साल पहले जब पिता रिटायर्ड होकर आए तो उन्हें शक हुआ। पाबंदी लगाई तो वो लड़की को लेकर भाग गया।
जेल भेजा गया आरोपी पिता
कैंट पुलिस ने मृतक दिलशाद के पिता ताहिर हुसैन की तहरीर पर हत्यारोपी पिता भागवत निषाद के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करते हुए उसे कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
सोशल मीडिया पर भी आरोपी पिता का सपोर्ट
घटना के बाद से ही लोग पिता के पक्ष में कमेंट कर रहे हैं। लोगों ने लिखा है कि जब एक बेटी का बाप इस तरह परेशान होगा तो क्या करेगा। उन्होंने जो किया सही किया। कुछ ने लिखा कि ये पुलिस और न्याय व्यवस्था में देरी का परिणाम है। पिता ने सोचा होगा कि क्या सजा मिलेगी। इसलिए ऐसा कर दिया। अब इस देश की अदालतों को सोचना होगा कि लोगों का विश्वास कैसे कायम हो…. ‘ट्विटर पर कई हैंडल्स से आरोपी पिता का लोग समर्थन कर रहे हैं..
ADG ने कार्रवाई का दिया निर्देश
ADG जोन अखिल कुमार ने जोन की सभी कचहरी की सुरक्षा व्यवस्था जांचने के निर्देश दिए हैं । उन्होंने इस तरह के मामलों में जिसमें रेप के आरोपी मुकदमा वापस लेने की धमकी दे रहे हों, उसमें आरोपियों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया है। इस तरह का ही एक मामला एडीजी के पास शनिवार को आया जिसमें बहराइच निवासी एक मुस्लिम महिला से कुछ दिन पहले गांव के ही चार लोगों ने गैंगरेप किया था। अब आरोपी एमुद्दीन धमकी दे रहा है
ADG ने इस मामले में महिला थाने को आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने को कहा है। शनिवार की दोपहर DM विजय किरन आनंद और SSP विपिन टाडा ने कचहरी का निरीक्षण कर सुरक्षा का जायजा लिया।
हत्यारोपी को पकड़ने वालों को सम्मानित करेंगे ADG
लड़की के पिता को पकड़ने वाले लोगों को गोरखपुर ADG अखिल कुमार उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित करेंगे। सूर्य प्रकाश, अमित यादव कांस्टेबल, कन्हैया सिंह स्टैंड संचालक और एक अन्य व्यक्ति को एडीजी सम्मानित करेंगे।
पिछली तारीख पर ही मार देते, लेकिन वो अकेला नहीं था
बेटी के पिता ने दिलशाद को पिछली तारीख यानि दिसम्बर में ही मार देने की प्लानिंग की थी, लेकिन तब वो कचहरी में अकेला नहीं बल्कि कुछ लोगों के साथ आया था। जिसकी वजह से दुष्कर्म पीड़िता के पिता की प्लानिंग सफल नहीं हो सकी।
केस वापस लेने के लिए बना रहा था दबाव
दिलशाद जमानत पर छूटने के बाद लड़की के पिता को परेशान कर रहा था। मुकदमा वापस लेने को कहता था और रिश्तेदारों को उनकी बेटी और अपनी शादी के साथ-साथ बाकी तस्वीरें भेजता था। उनका घर से निकलना मुश्किल हो गया था।
नवम्बर में सुसाइड करने जा रहा था परिवार
एक तरफ बेटी के प्रेमी के साथ रहने की जिद पर नारी निकेतन भेज दिया गया था। वो कोर्ट में दिलशाद के पक्ष में बयान दे चुकी थी। दूसरी ओर दिलशाद पिता को परेशान कर रहा था। जिसके बाद उन्होंने परिवार समेत मरने की सोच ली थी लेकिन बाद में इरादा बदल लिया ।
ये है पूरा मामला
गोरखपुर दीवानी कचहरी गेट ( Civil Court ) पर नाबालिग से रेप के एक आरोपी ( Rape Accused ) की 21 जनवरी को गोली मारकर दिलशाद हुसैन की हत्या (Murder) हुई थी। दिलशाद मूल रूप से बिहार के मुजफ्फपुर का रहने वाला था। हत्या करने वाला पीड़ित लड़की का पिता ही है। हत्यारोपी गोरखपुर के बड़हलगंज क्षेत्र का रहने वाला है। आश्चर्य की बात यह है कि घटना के समय मौके पर कुछ पुलिसकर्मी मौजूद थे जो गोली चलते ही भाग खड़े हुए। हालांकि, थाना पुलिस ने लड़की के पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
इन दिनों दिलशाद जमानत पर रिहा चल रहा था। जमानत मिलने के बाद वह पहली तारीख पर कचहरी पहुंचा था। इस केस में उसकी पहली तारीख थी। दिलशाद हुसैन ने अपने वकील को दोपहर फोन किया था। कोविड प्रोटोकॉल के कारण वकील बाहर आकर उससे मिलने वाला था। इसी दौरान लड़की के पिता ने उसकी हत्या कर दी। दिन दहाड़े हुई इस वारदात से कचहरी में हड़कंप मच गया।
सोशल मीडिया पर पहले तो लोगों ने इसे आपराधिक घटना माना। लेकिन जब जानकारी फैली कि मृतक रेप का आरोपी था तो लोगों की धारणा बदल गई। जब ये खबर फैली की मृतक मुसलमान था तो लोगों की धारणाएं पूरी तरह से बदल गई। उसके बाद इस मामले ने सांप्रदायिक और आनर किलिंग का रूप ले लिया।
मुजफ्फरपुर का रहने वाला था मृतक
दिलशाद हुसैन बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र स्थित बिभीपुरा गांव का रहने वाला था। दिलशाद बड़हलगंज के पटना चौराहे पर साइकिल व बाइक के पंचर की दुकान चलाता था।
ये है सिलसिलेवार घटनाक्रम
गोरखपुर के बड़हलगंज इलाके की रहने वाले फौजी की बेटी का 11 फरवरी, 2020 में दिलशाद हुसैन के साथ हैदराबाद चली गई। बताया जाता है कि दोनों ने आर्य समाज के रीति रिवाज से शादी भी की की थी। इधर, छात्रा के पिता की तहरीर पर पुलिस ने 17 फरवरी, 2020 को केस दर्ज किया। 12 मार्च, 2021 को पुलिस ने आरोपित दिलशाद को हैदराबाद में गिरफ्तार कर लिया था। उधर, इस मामले में विवेचना के दौरान पुलिस ने दुष्कर्म के साथ ही छात्र के नाबालिग होने की वजह से पाक्सो एक्ट की धारा बढ़ा दी थी। उसके बाद से आरोपित दिलशाद गोरखपुर जेल में लम्बे समय तक बंद था। बताया जा रहा है कि बीते सितंबर माह में वह जमानत पर छूटा था। 21 जनवरी को उसकी पाक्सो कोर्ट में गवाही थी और लड़की पिता ने इसका बेजा फायदा उठाते हुए उसकी हत्या कर दी।