10 जून, 2021 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नोटिफिकेशन के बाद ATM लेनदेन पर फीस बढ़ा दी गई है
- नए साल में ATM से कैश निकासी हुई महंगी
- अब 21 रुपये की रेट से चुकानी होगी कीमत
- हर महीने 5 बार फ्री ट्रांजैक्शन की सुविधा
खबरी इंंडिया, गोरखपुर। बैंक ग्राहकों को अब मुफ्त लेनदेन की तय सीमा से ज्यादा किए गए हर एक ATM ट्रांजैक्शन पर एक रुपए ज्यादा का भुगतान करना होगा। 1 जनवरी, 2022 से अगर कोई ग्राहक पहले की दर 20 रुपए प्रति ट्रांजैक्शन के बजाए तय सीमा से ज्यादा का लेनदेन करता है, तो बैंक उससे प्रति ट्रांजैक्शन 21 रुपए लेगा।
10 जून, 2021 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नोटिफिकेशन के बाद ATM लेनदेन पर फीस बढ़ा दी गई है। RBI ने अपनी नोटिफिकेशन में कहा, “हाई इंटरचेंज फीस के लिए बैंकों को क्षतिपूर्ति करने के लिए और लागत में सामान्य बढ़ोतरी को देखते हुए, उन्हें ग्राहक फीस को प्रति लेनदेन 21 रुपए तक बढ़ाने की अनुमति है। यह बढ़ोतरी 1 जनवरी, 2022 से प्रभावी होगी।”
हर महीने 5 फ्री ट्रांजैक्शन
अभी बैंकों को निर्धारित सीमा से अधिक बार नकद निकासी पर 20 रुपये का शुल्क लेने की इजाजत है. बैंकिंग ग्राहकों (Banking Customers) के लिए राहत की बात यह है कि एक जनवरी से भले ही शुल्क दर बढ़ जाएगी लेकिन वे पहले की तरह महीने में पांच बार एटीएम से मुफ्त लेनदेन (ATM Free Transactions Limit) कर सकेंगे. इसमें नकद निकासी के अलावा गैर-वित्तीय लेनदेन भी शामिल हैं.
इसके अलावा बैंकिंग ग्राहक अपने बैंक के अलावा दूसरे बैंक के एटीएम से महीने में मेट्रो शहरों में तीन लेनदेन और गैर-मेट्रो शहरो में पांच लेनदेन भी कर पाएंगे. आरबीआई ने पहले बैंकों को वित्तीय लेनदेन (Financial Transactions) के लिए 17 रुपये की दर से ‘इंटरचेंज’ शुल्क लगाने और गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए छह रुपये का शुल्क लगाने की अनुमति दी थी. यह बढ़ी हुई दर एक अगस्त 2021 से लागू होनी थी.
बैंक खर्च कम करने की कोशिश
ट्रांजैक्शन फीस में बढ़ाने का फैसला एटीएम मशीनें लगाने और रखरखाव से जुड़ा बैंकों का खर्च बढ़ने की वजह से लिया गया है. इससे वित्तीय इकाइयों की अपेक्षाओं और ग्राहकों की सुविधा के बीच संतुलन होने की उम्मीद है.