खबरी इंडिया, गोरखपुर।
नैक मूल्यांकन की तैयारियों की समीक्षा के लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने रविवार को छात्रावासों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान
छात्रावासों के सिविल रिपेयर, इलेक्ट्रिकल रिपेयर, मेस संचालन, आरओ समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं को 1-1.5 महीने में दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। साथ ही सभी छात्रावासों को इंटरनेट से लैस करने का भी निर्देश दिया है।
कुलपति ने कहा कि नैक मूल्यांकन के लिए नैक पीयर टीम का निरीक्षण प्रस्तावित है। सभी वार्डन छात्रावास में प्रवेश की प्रक्रिया को प्राथमिकता के आधार पर एक सप्ताह के अंदर पूर्ण कर लें। किसी भी कमरे पर कोई अवैध कब्जा नहीं होना चाहिए। छात्रावास की टूटी हुई बाउंड्री वॉल की मरम्मत कराई जाएगी इसे लेकर जिम्मेदारों को निर्देश दिया गया है। निरीक्षण के दौरान कई अधीक्षक और अभिरक्षक बिना स्टेशन लीव लिए अनुपस्थित मिले। सभी से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
निरीक्षण की कड़ी में सबसे पहले कुलपति ने नाथ चंद्रावत छात्रावास गए। जहां कमरों, शौचालय और मेस का निरीक्षण किया और जिम्मेदारों को आवश्यक निर्देश दिए। एनसी छात्रावास के पीछे झाड़ियों की सफाई कर फील्ड बनाने का निर्देश दिया। तत्पश्चात स्वामी विवेकानंद हॉस्टल गए, जहाँ छात्रवासियो ने साफ सफाई और मरम्मत कार्य को पूरा कराए जाने की मांग की। कुलपति जी ने जिम्मेदारों को छात्रवास में हुए अब तक हुए कार्यों और बाकी बचे कार्य की रिपोर्ट तलब की। इसके बाद गौतम बुद्ध छात्रावास, संत कबीर छात्रावास, रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास और अलकनंदा छात्रावास का निरीक्षण किया। कुलपति ने कहा कि नैक मूल्यांकन में छात्रावास, मेस संचालन, साफ सफाई के भी नंबर मिलते हैं। इस पर और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। हॉस्टल में रहने वाले अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन प्रतिबद्ध है। निरीक्षण के दौरान चीफ प्रॉक्टर प्रो सतीश चंद पांडेय एवं वार्डन प्रो अनिल कुमार यादव, प्रो राजेश तिवारी, प्रो शोभा गौड़ एवं प्रो सुनीता मुर्मू के साथ विभिन्न छात्रावासों के अभिरक्षक मौजूद रहे।