दागदार छबि के पुलिसकर्मियों की हमे जानकारी दे- अखिल कुमार(एडीजी)
पीड़ित व्यक्ति इस नम्बर पर 9454400141 कर सकते हैं शिकायत- ADG
खबरी इंडिया, गोरखपुर।
प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता प्रकरण ने यह बता दिया कि कुछ पुलिसकर्मियों की गलतियों की वजह से ही पूरा पुलिस महकमा बदनाम हुआ। ऐसे पुलिसवालों के खिलाफ न सिर्फ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ बल्कि लोगों ने सवाल भी उठाए।
यही वजह है कि अब एडीजी अखिल कुमार ने दागी पुलिस वालों को काली सूची में डलवाने की पहल की है। उन्होंने इलाके में बदनाम और जनता से दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस वालों का नाम जोन के सभी पुलिस कप्तानों से मांगा है। उधर, एडीजी ने आम लोगों से भी अपील की है कि अगर उन्हें किसी दागी पुलिस वाले की जानकारी है तो वह उनके (एडीजी) सीयूजी नंबर 9454400141 पर व्हाट्सएप कर गोपनीय सूचना दे सकते हैं। 27 सितम्बर को तारामंडल इलाके के होटल में ठहरे युवकों की चेकिंग करने गए तत्कालीन रामगढ़ताल इंस्पेक्टर जेएन सिंह, दरोगा अक्षय मिश्रा समेत छह पुलिसवालों पर होटल में ठहरे कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की पिटाई कर हत्या करने का आरोप है। आधी रात को होटल के कमरे में चेकिंग के दौरान हुई इस घटना में छह पुलिस वालों के जेल जाने के बाद पुलिस पर कई सवाल उठ गए हैं। यह मामला चल ही रहा था कि एक सिपाही ने तिवारीपुर इलाके में अपने मकान मालिक की भतीजी से दुष्कर्म कर दिया और उसे भी जेल जाना पड़ा।
वहीं, 15 अक्टूबर को जिला महिला अस्पताल की संविदा कर्मचारी सहाना की मौत में एक दरोगा राजेंद्र सिंह को सहाना की आत्महत्या के लिए जिम्मेदारा माना गया और वह जेल गए। इन घटनाओं ने गोरखपुर पुलिस पर कई सवाल खड़े किए। इसे देखते हुए एडीजी ने बदनाम पुलिस वालों की सूची तैयार करने का आदेश दिया है। उनकी मंशा है कि पहले से ऐसे पुलिस वालों को पहचान कर जांच कराकर कार्रवाई कर दी जाए ताकि इस तरह की घटनाओं से पुलिस की बदनामी न होने पाए।
दागी पुलिस वालों की सूची तैयार की जा रही है। आम जनमानस के पास भी दुर्व्यवहार, वसूली करने वाले पुलिस वालों की जानकारी है तो वह उनके सीयूजी नंबर 9454400141 पर व्हाट्सएप संदेश भेजकर दे सकते है। उनके नाम को गोपनीय रखा जाएगा।*-
अखिल कुमार, एडीजी*