गोरखपुर। आजादी के इतने वर्ष बाद भी महिलाओं कि स्वतंत्रता पर आज भी चाबूक चलता रहता है। भारत मे महिलाओं को पति चूनने का अधिकार नही रह गया है।विपरीत कदम उठाने पर उन्हें प्रताणित किया जा रहा है।सरकार इस मामले मे लचीला रुख अपनाए हुए है।सरकार यदि चाहती तो अपराधी अब तक जेल मे होते।
यह रवैया सरकार की दलितों व मजलूमों के प्रति हीन भावना को दर्शाती है जो वे गाजर मूली की तरह काटे जा रहें है।लेकिन सरकार यह जान ले कि हम अब गाजर मूली नही है।हम नाक मे दम कर देंगे।
यह बातें भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद रावण ने गोला थाना क्षेत्र के उनौली गांव मे मृतक सचिव अनीश कन्नौजिया उर्फ पिंटू के आवास पर परिजनों से मुलाकात के दौरान शनिवार को कही।आगे उन्होंने कहा कि परिजनों की मांग जो प्रशासन को सौंपी गई थी।उनमे एक करोड़ रुपए की मदद, एक सरकारी नौकरी सहित अन्य जो भी मांगे है अविलंब पूरा किया जाए।अन्यथा हम धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।मृतक की पत्नी के हवाले से उन्होंने कहा कि इस घटना मे सफेदपोश व पुलिस की भी संलिप्तता है।जिस वजह से घटना का पर्दाफाश नही हो रहा है।प्रशासन जल्द से जल्द खुलाशा करे।
समर्थकों की भारी भीड जूटी- चंद्रशेखर आजाद ऊर्फ रावण को देखने व मिलने के लिए समर्थकों की भारी भीड दो किलोमीटर दूर तक इकट्ठी रही।जिन्हें नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल मौजूद रही। चप्पे चप्पे पर पुलिस किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए आस पास के पांच थानो की पुलिस, व भारी संख्या मे पीएसी तैनात रही।