• January 15, 2025
 बड़ी खबर : 12 से अधिक उम्र वाले बच्चों को कोवैक्सिन के आपातकालीन उपयोग के लिए डीजीसीआई की मंजूरी

भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने कुछ शर्तों के साथ 12 साल से अधिक उम्र के किशोरों के लिए भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के ल‍िए मंजूरी दे दी है

ताजा जानकारी के अनुसार ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) ने शनिवार को भारत बायोटेक को 12-18 साल के बच्चों के लिए Covaxin Covid-19 वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है। सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने अक्टूबर में DGCI को बच्चों के लिए Covaxin के आपातकालीन उपयोग की अनुमति देने की सिफारिश की थी।

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Covaxin अब भारत में बच्चों के लिए उपयोग के लिए स्वीकृत दूसरा टीका है। अगस्त में, ज़ायडस कैडिला की तीन-खुराक डीएनए जैब को वयस्कों और 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों पर इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई थी।

रिपोर्टों के अनुसार, कोवैक्सिन को दो खुराक में बच्चों में प्रशासित किया जाएगा, पहली और दूसरी के बीच 28 दिनों के अंतराल के साथ। खुराक। सरकार को सौंपे गए परीक्षण के आंकड़ों के अनुसार वयस्कों और बच्चों के लिए टीके का अंतर और खुराक समान होगा।  मेदांता के चेयरमैन डॉ नरेश त्रेहन ने इस घोषणा का स्वागत किया और इसे बड़ी राहत बताया। उन्होंने बताया, “ओमाइक्रोन के तेजी से फैलने के मद्देनजर, यह बहुत अच्छी खबर है।” उन्होंने कहा, “अगर डेटा को सार्वजनिक किया जाता है तो इससे मदद मिलेगी।”

भारत बायोटेक ने अक्टूबर में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) को कोवैक्सिन (बीबीवी152) के लिए 2-18 वर्ष आयु वर्ग में नैदानिक परीक्षणों से डेटा प्रस्तुत किया है। सीडीएससीओ और एसईसी द्वारा डेटा की पूरी तरह से समीक्षा की गई है और अपनी सकारात्मक सिफारिशें प्रदान की हैं, वैक्सीन निर्माता ने एक बयान में कहा था।

12 साल से 18 साल के किशोरों के लिए टीके की अनुमति
एक अधिकारी ने बताया, एसईसी की सिफारिशों का मूल्यांकन एक अन्य विशेषज्ञ समिति द्वारा किया गया था, जिसके बाद डीसीजीआई ने टीका निर्माता कंपनी से अतिरिक्त डेटा मांगा था. अधिकारी ने बताया कि डीसीजीआई ने शुक्रवार को अपनी मंजूरी दे दी. डीसीजीआई के मंजूरी आदेश में कहा गया है कि मुहैया कराए गए अतिरिक्त सुरक्षा डेटा और एसईसी विशेषज्ञों की सिफारिश के आधार पर 12 साल से 18 साल के किशोरों के लिए टीके की अनुमति देने पर कोई आपत्ति नहीं है.

भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन टीके के इस्तेमाल के लिए दूसरे-तीसरे चरण के परीक्षणों को पूरा किया
हैदराबाद की टीका बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने 2 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के बीच कोवैक्सीन टीके के इस्तेमाल के लिए दूसरे-तीसरे चरण के परीक्षणों को पूरा किया. इसके बाद कंपनी ने सीडीएससीओ को सत्यापन और आपातकालीन उपयोग मंजूरी के लिए अक्टूबर की शुरुआत में डेटा जमा किया था.

भारत बायोटेक ने कहा, कोवैक्सीन को इस तरह तैयार किया गया ताकि वयस्कों और बच्चों को समान खुराक दी जा सके
घटनाक्रम पर भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा, कोवैक्सीन को इस तरह तैयार किया गया है ताकि वयस्कों और बच्चों को समान खुराक दी जा सके. कोवैक्सीन ने कोविड-19 के मूल स्वरूप और बाद के स्वरूपों के लिए वयस्कों में सुरक्षा और असर के लिए एक सिद्ध रिकॉर्ड दिखाया है. हमने बच्चों में उत्कृष्ट सुरक्षा और प्रतिरक्षा डेटा का दस्तावेजीकरण किया है. हम कोवैक्सीन के जरिए वयस्कों और बच्चों के लिए समान स्तर की सुरक्षा प्रदान करने को लेकर आशान्वित हैं.

अगले साल तीन जनवरी से 15 साल से 18 साल के बच्चों का टीकाकरण अभियान आरंभ होगा: पीएम मोदी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि अगले साल तीन जनवरी से 15 साल से 18 साल की आयु के बीच के बच्चों के लिये कोविड टीकाकरण अभियान आरंभ किया जाएगा। साथ ही 10 जनवरी से स्वास्थ्य व अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों, अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 साल से ऊपर के लोगों को एहतियात के तौर पर टीकों की खुराक दिए जाने की शुरुआत की जाएगी.

15 साल से 18 साल की आयु के बीच के जो बच्चे हैं, अब उनके लिए टीकाकरण आरंभ होगा
प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन में यह घोषणाएं की. उन्होंने इस अवसर पर देशवासियों से किसी भी प्रकार के अफवाह से बचने और कोरोना के नए स्वरूप ओमीक्रोन से सतर्क रहने की गुजारिश की. उन्होंने कहा, 15 साल से 18 साल की आयु के बीच के जो बच्चे हैं अब उनके लिए देश में टीकाकरण आरंभ होगा. वर्ष 2022 में तीन जनवरी को सोमवार के दिन से इसकी शुरुआत की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह फैसला कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को तो मजबूत करेगा ही, स्कूल और कॉलेजों में जा रहे बच्चों की और उनके माता-पिता की चिंता भी कम करेगा.

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