Ayodhya Ram Mandir : सजधज कर तैयार हुई रामनगरी, आज अयोध्या पहुंचेंगे 55 देशों से VIP मेहमान
आज अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इसे लेकर देशभर में व्यापक तैयारियां चल रही है। पूरे देश में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है. इसे लोग दूसरी दीपावली के रूप में मनाने की तैयारी कर रहे हैं। 51 इंच ऊंची रामलला की मूर्ति गर्भगृह में विराजमान है। आज सरयू नदी के जल से रामलला के सिंहासन को धोया जाएगा। इसके साथ ही आज अयोध्या में 55 देशों से 100 VIP मेहमान पहुंचेगे। बाबा रामदेव बाकी संत साधुओं के साथ आज अयोध्या में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। राम मंदिर ट्रस्ट ने देर शाम कुछ तस्वीरें साझा की है। इस तस्वीर में मंदिर फूलो से सजकर रोशनी में जगमग नजर आ रहा है। अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए पुरे अयोध्या में कमांडो की तैनाती की गई है।
‘मंगल ध्वनि’ का होगा भव्य वादन
अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सुबह 10 बजे से ‘मंगल ध्वनि’ का भव्य वादन होगा। विभिन्न राज्यों के 50 से अधिक मनोरम वाद्ययंत्र लगभग 2 घंटे तक इस शुभ घड़ी का साक्षी बनेंगे। अयोध्या के यतीन्द्र मिश्र इस भव्य मंगल वादन के संयोजक और परिकल्पनाकार हैं।
BSF के जवान जलाएंगे 1001 दीप
अपने आराध्य के घर आने पर बॉडर्र पर सेना के जवान भी बेहद खुश हैं। आज से भारत और पाकिस्तान की सीमा पर स्थित प्रसिद्ध तनोट मातेश्वरी मंदिर परिसर में रामचरित मानस का पाठ होगा वहीं BSF के जवान 22 जनवरी यानी कल घंटियाली माता मंदिर और माता तनोट राय मंदिर में 1001 दीप जलाएंगे।
मंदिर की भव्य तस्वीरें आई सामने
वहीं अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सज कर पूरी तरह से तैयार है। राम मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है। राम मंदिर का प्रवेश द्वार और नवनिर्मित भवन अलग ही छटा बिखेर रहा है।
पीएम मोदी ने किया रामलला का एक और भजन
अपने एक्स अकाउंट पर आज पीएम नरेंद्र मोदी ने एक और भजन शेयर किया है। PM ने लिखा, ‘रामलला के आगमन को लेकर हर तरफ उनके भक्तों के जोश भरे उद्गार देखने को मिल रहे हैं। इस अवसर से जुड़ा यह गीत इसी भावना को अभिव्यक्त करता हैरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर जिस तरह की भावना उमड़ पड़ी है, वो अभिभूत करने वाली है।
आज होगी ये पूजा
रविवार को होने वाले कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी देते हुए ट्रस्ट ने बताया गया कि आज स्थापित देवताओं का दैनिक पूजन, हवन, पारायण,प्रातः मध्वाधिवास, आदि कार्य, मूर्ति का 114 कलशों के विविध औषधीयुक्त जल से स्नपन कराया जाएगा। इसके बाद उत्सवमूर्ति की प्रासाद परिक्रमा, महापूजा, तत्लन्यास, शय्याधिवास, शांतिक पौष्टिक अघोर होम, महान्यास आदिन्यास,व्याहति होम, सायं पूजन, रात्रि जागरण, एवं आरती होगी।