
-उत्तर प्रदेश सरकार ने नाइट कर्फ्यू के ऐलान के साथ ही इसको लेकर गाइडलाइंस की भी घोषणा कर दी है।
खबरी इंडिया, गोरखपुर।
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे और कोविड-19 की तीसरी लहर को देखते हुए उत्तर प्रदेश में कल यानी 25 दिसंबर से नाइट कर्फ्यू लगेगा। 25 दिसंबर से रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक हर रोज यूपी में नाइट कर्फ्यू लगेगा। इसके साथ ही गोरखपुर में भी प्रशासन ने नाइट कर्फ्यू की तैयारी तेज कर दी है। इसके साथ ही गोरखपुर स्वास्थ्य विभाग ने जांच के लिए नमूनों की संख्या बढ़ा दी है।
सरकार ने जारी की नाइट कर्फ्यू को लेकर गाइडलाइंस-
उत्तर प्रदेश सरकार ने नाइट कर्फ्यू के ऐलान के साथ ही इसको लेकर गाइडलाइंस की भी घोषणा कर दी है। गाइडलाइन के अनुसार, रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी, हालांकि इस दौरान इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी. गाइडलाइन के अनुसार, शादी-विवाह आदि सार्वजनिक आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल के साथ अधिकतम 200 लोगों के भागीदारी की अनुमति होगी, लेकिन आयोजनकर्ता को इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को देनी होगी।
जानकारी के मुताबिक कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले, स्वास्थ्य विभाग ने जांच का दायरा फिर से बढ़ाना शुरू कर दिया है। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टेशन पर जांच बूथ बना दिए गए हैं। विभाग का दावा है कि इन स्थानों पर यात्रियों की जांच की जा रही है। जांच के लिए नियमित बूथों की संख्या भी 58 कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि जांच का दायरा बढ़ेगा तो संक्रमण की पहचान सही समय पर हो जाएगी। इससे मरीजों के इलाज में आसानी होगी। सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने कहा कि जिला कोरोना मुक्त हो चुका है, लेकिन इसके बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूरी है। अगर लापरवाही की गई तो नया वैरिएंट तेजी से फैल सकता है। लिहाजा, एंटीजन और आरटीपीसीआर जांच के लिए करीब चार हजार नमूने लिए जा रहे हैं।
बीआरडी में बढ़ती जा रही है संदिग्ध मरीजों की संख्या
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के 300 बेड के कोविड वार्ड में संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। मौजूदा समय में 16 मरीज वार्ड में भर्ती हैं। इनमें से दो मरीज कोरोना पॉजिटिव शामिल हैं। इसके अलावा 14 मरीज ऐसे हैं, जिनमें कोरोना के लक्षण तो हैं, लेकिन उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। कॉलेज प्रशासन इनका भी इलाज कोविड-19 की तर्ज पर कर रहा है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि 300 बेड के कोविड वार्ड में केवल दो कोरोना मरीज भर्ती हैं। इनका इलाज जारी है। मेडिसिन वार्ड में संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे मरीजों की एंटीजन से लेकर आरटीपीसीआर जांच कराई जा रही है।
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