• April 24, 2025
 Ahmedabad Serial Blast Case: कोर्ट ने 49 में से 38 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई, 11 को आजीवन कारावास, जानें क्या था ये पूरा केस

Ahmedabad Serial Blast Case: कोर्ट ने 49 में से 38 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई, 11 को आजीवन कारावास

अहमदाबाद 2008 सीरियल बम विस्फोट मामले में विशेष अदालत ने 49 में से 38 दोषियों को मौत की सजा सुनाई है.

नई दिल्ली: 2008 में हुए अहमदाबाद ब्लास्ट केस में ऐतिहासिक फैसला देते हुए  जिले की एक विशेष अदालत ने 38 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है. वहीं इस भयानक सीरियल ब्लास्ट केस 11 अन्य आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है.इस मामले में फैसला 9 फरवरी को ही आना था, लेकिन बचाव पक्ष के वकील ने मामले में कुछ दस्तावेज देने के लिए समय मांगा था.

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अहमदाबाद विस्फोट मामले में सत्र न्यायालय के न्यायाधीश एआर पटेल ने 8 फरवरी को फैसला सुनाते हुए 49 आरोपियों को दोषी करार दिया था. वहीं इस मामले में अदालत ने 77 में से 28 आरोपियों को बरी कर दिया था.

26 जुलाई 2008 में हुए थे धमाके
साल 2008 में अहमदाबाद में सीरियल बम ब्लास्ट हुए थे. इस हमले में 56 लोगों की मौत हुई थी. वहीं 200 लोग घायल हो गए थे. यह घटना 26 जुलाई 2008 को घटी थी. इन 21 सीरियल ब्लास्ट ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. ये ब्लास्ट भीड़-भाड़ वाली जगहों पर दहशत फैलाने के इरादे से किए गए थे. विस्फोट से कुछ मिनट पहले, टेलीविजन चैनलों और मीडिया को एक ई-मेल मिला था, जिसे कथित तौर पर ‘इंडियन मुजाहिदीन’ ने धमाकों की चेतावनी दी थी.

Ahmedabad Serial  Blast Case: कोर्ट ने 49 में से 38 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई, 11 को आजीवन कारावास
अहमदाबाद 2008 सीरियल बम विस्फोट मामले में अदालत ने 49 में से 38 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है.

अहमदाबाद बम ब्लास्ट केस में 35 FIR हुईं थी दर्ज

साल 2008 में अहमदाबाद में सिलसिलेवार कुल 21 ब्‍लास्‍ट हुए थे. दिलदला देने वाली ये सबसे बड़ी घटना थी, जिसने सबको हिलाकर रख दिया था. देश में इतने कम समय में इतने धमाके पहले कभी नहीं हुए थे. एक घंटे के अंदर अहमदाबाद में एक दो नहीं बल्कि पूरे 21 धमाके हुए. इस मामले में अहमदाबाद पुलिस ने 20 प्राथमिकी दर्ज की थी, जबकि सूरत में 15 अन्य प्राथमिकी दर्ज की गईं.

अदालत की ओर से सभी 35 प्राथमिकी को मर्ज करने के बाद मुकदमा चलाया गया. दरअसल पुलिस ने अपनी जांच में इस बात का दावा किया था कि सभी एक ही साजिश का हिस्सा थे. ऐसे में सभी प्राथमिकी को मिलाकर केस की सुनवाई शुरू की गई.

30 आतंकी तुरंत हो गए थे गिरफ्तार
28 जुलाई 2008 को विस्फोट मामले की जांच के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया था. महज 19 दिनों के अंदर पुलिस ने 30 आतंकियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

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