-सरकार की नीतियों के खिलाफ बोले सपाई, अगली सरकार हमारी
गाेरखपुर।
समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को जनेश्वर मिश्र की जयंती पर साइिकल यात्रा निकाली। साइकिल रैली के माध्यम से उन्होंने सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध किया। रैली पार्टी के बेतियाहाता स्थित कार्यालय से निवर्तमान जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी व निवर्तमान महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम के नेतृत्व में निकाली गई। साइकिल यात्रा को पार्टी के वरिष्ठ नेता व विधायक आशुतोष उपाध्याय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
विधायक ने स्वयं पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ साइकिल यात्रा में हिस्सा लिया। साइकिल यात्रा बेतियाहाता स्थित पार्टी कार्यालय से ट्रांसपोर्ट नगर तिराहा, बर्फ खाना, हावर्ट बांध, इलाहीबाग, निजामपुर, घासी कटरा, बक्शीपुर, एडी.चौक, विजय चौक, गणेश चौक, कचहरी चौक होते हुए शास्त्री चौक पर पहुंची। वहां स्व. जनेश्वर मिश्र के चित्र पर नेताओं व कार्यकर्ताओं की तरफ से पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी। रास्ते में सभी चौराहों पर पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा साइकिल यात्रा का स्वागत किया गया।
साइकिल यात्रा के समापन अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि व भाटपार रानी के विधायक आशुतोष उपाध्याय ने कहा कि समाजवादी साइकिल यात्रा मोहम्मद आज़म खां को फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल में रखने, चरम पर अपराध और भ्रष्टाचार, बेलगाम मंहगाई, किसानों पर काले कृषि कानूनों की मार, बेरोजगारी से बेहाल नौजवान, महिला उत्पीड़न, आरक्षण पर ‘संघी‘ प्रहार, जिला पंचायत चुनाव में धांधली और चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण कोरोना से हुई मौतें आदि मुद्दों को लेकर किया गया है। आज व्यापक अव्यवस्था के चलते जनसामान्य बुरी तरह परेशान है। आवश्यक खाद्य पदार्थों के दाम दोगुना-तिगुना बढ़े हुए है। जबकि पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस के दात आसमान छू रहे हैं। सत्ता संरक्षित अपराधियों के आतंक के आगे प्रशासनतंत्र विशेषकर पुलिस बल अपने को असहाय पा रहा है। जाति देखकर अपराधियों के साथ व्यवहार होता है। भाजपा सरकार केवल वादों का हवाई महल बना रही है। यह जनता के साथ विश्वासघात है। समाजवादी पार्टी लोकतंत्र और समाजवाद के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा सरकार संविधान के मूल उद्देश्यों को ही नष्ट करने पर आमादा है।
निवर्तमान जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में मौतों का ऐसा सिलसिला चला कि शवदाह गृहों में लाशें जलाने की जगह भी नहीं बची थी। अस्पतालों में बेड, दवा और इलाज का अकाल पड़ गया था। इंजेक्शन और जीवन रक्षक दवाएं कालाबाजारी में ही उपलब्ध थी। आक्सीजन की कमी से अस्पतालों में तमाम सांसे उखड़ गई। हर तरफ चीत्कार और हाहाकार मचा था। किसानों को न तो एमएसपी मिली, न हीं उसकी आय दोगुनी हुई। उल्टे काले कृषि कानून किसान को खेत मालिक की जगह खेत मजदूर बना देंगे। इस मौके पर रजनीश यादव, विजय बहादुर यादव, जफर अमीन डक्कू हाजी शकील अंसारी, सिंहासन यादव, कृष्ण कुमार त्रिपाठी, अशोक यादव, कीर्ति निधि पांडे, हीरालाल यादव राघवेंद्र तिवारी सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।