कोलकाता: नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी ने तृणमूल कांग्रेस नेता और माओ समर्थक छत्रधर महतो को साल 2009 में सीपीआई नेता प्रबीर महतो की हत्या के मामले में शनिवार को झाड़ग्राम से गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि NIA ने 16, 18 और 22 मार्च को टीएमसी नेता छत्रधर महतो को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए समन भेजा था।
लेकिन छत्रधर महतो ने बताया कि उन्हें दांत में दर्द है इसलिए वो एजेंसी के सामने पेश नहीं हो सकते है। उन्होंने दांत में दर्द की मेडिकल रिपोर्ट भी दिखाई दी थी लेकिन एनआईए उनसे संतुष्ट नहीं थी। इसके बाद NIA ने हाई कोर्ट का रूख किया तब कोर्ट ने आदेश दिया कि अगर छत्रधर महतो एजेंसी के सामने पेश नहीं होते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।
गौरतलब है कि छत्रधर महतो मुख्यमंत्री के काफी करीबी हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद इस बार विधान सभा चुनाव 2021 में छत्रधर महतो पर टीएमसी के पक्ष में वोट डलवाने की बड़ी जिम्मेदारी थी.
देशद्रोह का मामला भी है दर्ज
साल 2008 में सालबनी में जिंदल कारखाने के शिलान्यास कार्यक्रम से मेदिनीपुर लौटते वक्त बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य का काफिला माओवादी द्वारा बिछाए गए बारुदी सुरंग की चपेट में आ गया था. इस घटना में पुलिस ने साल 2009 में छत्रधर महतो समेत कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था. आरोपियों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था. 12 मई 2015 में मेदिनीपुर जिला अदालत ने महतो को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी
कौन है छत्रधर महतो
झारग्राम के छत्रधर महतो आदिवासियों का एक चेहरा हैं, वो विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की तरफ से लगातार प्रचार कर रहे हैं. इससे पहले वे कभी बंगाल में सीपीआईएम का खास चेहरा रहे थे. छत्रधर महतो आज ममता बनर्जी के कोर स्टेट कमेटी में सदस्य हैं और इन्हें ममता बनर्जी का बेहद नजदीकी माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि छात्रधर महतो की पकड़ बंगाल के जंगलमहल इलाके में इतनी ज्यादा है कि उसने जेल में रहते हुए ही तृणमूल कांग्रेस को 2016 के विधानसभा चुनावों में यहां से जीत दिला दी थी.