गोरखपुर। उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने सोमवार को गोरखपुर से एक शातिर अपराधी को पकड़ा है। वह और उसके साथी हवाला के माध्यम से पाकिस्तानी हैंडलरों को पैसे पहुंचाने का कार्य करते थे। पकड़े गए आरोपित पर 50 हजार रुपये का इनाम है और तीन वर्षों से फरार चल रहा था। कोर्ट में पेशी के बाद आरोपित से पूछताछ के लिए सात दिन की रिमांड अर्जी मांगी जायेगी।
एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी ने बताया कि पकड़ा गया आरोपित जनपद गोरखपुर के बांसगांव के मरवटियां वार्ड नम्बर तीन निवासी अजय कुमार सिंह उर्फ एके उर्फ दिनेश है। दिनेश वर्ष 2018 से ही टेरर फंडिंग के मामले में नामजद था। इसी के बाद से वह फरार चल रहा था और नाम बदलकर गोरखपुर समेत कई जिलों में टेरर फंडिंग के कारोबार को अंजाम दे रहा था। उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खुलवाए गए सैकड़ों बैंक खातों में लोगों रकम मंगवाता फिर उसे हवाला के जरिए पाकिस्तानी हैंडलरों को भेजता था। उसने मुशर्रफ के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अलग-अलग बैंकों में अपनी फोटो लगाकर विभिन्न नाम से बैंक खाता भी खुलवाया था।
150 खाते आये सामने
एटीएस के मुताबिक पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि उसके साथियों ने कूट रचित दस्तावेजों के जरिए 150 से अधिक बैंक खाते खुलवाए हैं, जिनसे करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है।
उल्लेखनीय है कि हवाला के जरिए पाकिस्तानी हैंडलरों को रकम पहुंचाने वाले गिरोह के अरशद नईम, नसीम अहमद, मुकेश प्रसाद, मुशर्रफ अंसारी उर्फ निखिल राय, सुशील राय उर्फ अंकुर राय और दयानंद यादव 24 मार्च 2018 को गिरफ्तार हुए थे। तलाशी के दौरान अरशद नईम और नसीम के पास से तकरीबन 46 लाख रुपये कैश बरामद हुआ था। पूछताछ के दौरान इन आरोपितों ने दिनेश कुमार सिंह का नाम लिया था।
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