• April 18, 2025
 दिव्यांगों की वास्तविक संख्या का पता लगाने के लिए रैपिड असेसमेंट सर्वे किया जाएगा

समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने विकलांगता पर राज्य सलाहकार बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता की और सभी नए सदस्यों को बधाई दी। बोर्ड की पहली बैठक को संबोधित करते हुए राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि राइट्स ऑफ पर्सन्स विद डिसेबिलिटी एक्ट 2016 के अंतर्गत इस बोर्ड को सरकार के कामकाज का सुझाव देने और उनकी देखरेख करने का अधिकार दिया गया है, ताकि संसाधनों का उपयोग लाभार्थियों के सर्वोत्तम हित में किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह बोर्ड एक राज्य स्तरीय परामर्शदात्री और सलाहकार निकाय है, जो विकलांगता पर विभिन्न नीतियों के निरंतर विकास का मूल्यांकन करने में मदद करता है।

08c43bc8-e96b-4f66-a9e1-d7eddc544cc3
345685e0-7355-4d0f-ae5a-080aef6d8bab
5d70d86f-9cf3-4eaf-b04a-05211cf7d3c4
IMG-20240117-WA0007
IMG-20240117-WA0006
IMG-20240117-WA0008
IMG-20240120-WA0039

इस दौरान समाज कल्याण विभाग द्वारा बोर्ड के सभी सदस्यों और विभिन्न हितधारकों को एक प्रजेंटेशन दिया गया, ताकि वे अपने अधिकारों, कार्यों और कर्तव्यों को बेहतर तरीके से समझ सकें। सदस्यों और गैर सरकारी संगठनों द्वारा दिए गए विभिन्न सुझावों पर चर्चा करते हुए समाज कल्याण मंत्री ने समाज के अलग-अलग दिव्यांग सदस्यों के अधिकारों के प्रति सरकारा की प्रतिबद्धता को दोहराया। समाज कल्याण मंत्री ने विकलांगों के लिए उपकरणों और उसके लिए विधायक बालक (एमएलए एलएडी) फंड से धनराशि के उपयोग के संबंध में दिए गए सुझावों पर विधायक बालक योजना में इस तरह के क्लाॅज को शामिल करने के लिए इसे संबंधित मंत्री को भेजने पर सहमति व्यक्त की।

समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों की वास्तविक संख्या और जरूरतों का आंकलन करने के लिए जमीनी स्तर पर सर्वेक्षण किया जाना चाहिए। उन्होंने सभी संस्थाओं और बिल्डिंग का तत्काल ऑडिट कराने का निर्देश दिया। यह ऑडिट मई 2021 के पहले सप्ताह में बोर्ड के सदस्यों द्वारा दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में किया जाना है।

मंत्री राजेंद्र प्रसाद गौतम ने इस बात पर बल देते हुए कहा कि हालांकि नियमानुसार बोर्ड की एक वर्ष में कम से कम दो बैठकें अनिवार्य रूप से की जानी चाहिए, लेकिन जब भी दिव्यांग व्यक्तियों के लिए कार्यक्रमों का मूल्यांकन और निगरानी करने की आवश्यकता होती है, तब बोर्ड को इससे अधिक बार बैठकें करनी चाहिए।

समाज कल्याण विभाग के विशेष सचिव, सह निदेशक ने बोर्ड को बताया कि दिल्ली में बेघरों का सर्वेक्षण समाज कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है और बेघरों में विकलांग व्यक्तियों के आंकड़े एकत्र किए जा रहे हैं। सर्वेक्षण के परिणाम दिव्यांगों के पुनर्वास और कौशल विकास के संबंध में अपनी सिफारिशों को विकलांगता पर राज्य सलाहकार बोर्ड को प्रस्तुत किए जाएंगे।

राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि बोर्ड के सदस्यों से अपेक्षा है कि वे आजीविका, शिक्षा, बाधा मुक्त बुनियादी ढांचा, कौशल विकास और दिव्यांगों के पुनर्वास के क्षेत्रों में विभाग को सुझाव दें।

Youtube Videos

Related post